ईवीएम भरोसे के लायक नहीं, बैलट पेपर वापस लाने की जरूरत: आप सांसद संजय सिंह

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एक स्वयंभू साइबर विशेषज्ञ के इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (EVM) के हैक किए जाने योग्य होने का दावा करने के बाद भारतीय राजनीति में सियासी घमासान छिड़ गया। इसी बीच, अब आम आदमी पार्टी (आप) ने बुधवार को आगामी लोकसभा चुनाव में पुराने, आजमाए जा चुके बैलट पेपर का फिर से इस्तेमाल किए जाने की मांग की। पार्टी ने मांग न पूरी होने की स्थिति में सभी विपक्षी दलों से चुनाव का बहिष्कार करने का आह्वान किया। पार्टी ने यह मांग लंदन में एक हैकर द्वारा इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीनों (ईवीएम) में हैकिंग के दावों के मद्देनजर की है।

ईवीएम
फाइल फोटो

आप के राज्यसभा सदस्य और उत्तर प्रदेश के प्रभारी संजय सिंह ने समाचार एजेंसी आईएएनएस से बात करते हुए कहा कि ‘लोकतंत्र को बचाने और चुनाव प्रक्रिया में एक बार फिर लोगों का विश्वास स्थापित करने के लिए यह आवश्यक है।’ आप के राष्ट्रीय प्रवक्ता ने कहा कि इन हालिया खुलासों से स्पष्ट रूप से ईवीएम की निष्पक्षता धूमिल हुई है और इसलिए इसकी जगह बैलट पेपर का इस्तेमाल किया जाना चाहिए।

उन्होंने कहा, “इससे पता चलता है कि ईवीएम का लाभ सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को मिल रहा है और यह विपक्ष को खेल के मैदान से दूर ले जा रही है।” पार्टी की प्रदेश इकाई के मुख्य प्रवक्ता वैभव माहेश्वरी ने दावा करते हुए कहा कि चुनाव आयोग यह मानने के लिए तैयार नहीं है कि ईवीएम से छेड़छाड़ हो सकती है।

पार्टी ने ईवीएम की विश्वसनीयता पर संदेह जताते हुए सभी राजनीतिक दलों से मांग की है कि वे भारत के चुनाव आयोग को यह लिखित में दें कि अगर ईवीएम का इस्तेमाल चुनावों के लिए किया गया तो वे आगामी लोकसभा चुनावों का बहिष्कार करेंगे।” उन्होंने कहा, “ईवीएम पर प्रतिबंध लगाने और लोकसभा और भविष्य के सभी चुनाव बैलट पेपर पद्धति के माध्यम से कराने के अलावा कोई अन्य विकल्प नहीं है।”

बता दें कि चुनाव आयोग ने 2014 के लोकसभा चुनाव में धांधली होने और ईवीएम को हैक किए जा सकने का दावा करने वाले स्वयंभू साइबर विशेषज्ञ सैयद शुजा के खिलाफ दिल्ली पुलिस को प्राथमिकी (एफआईआर) दर्ज कर उसके दावे की जांच करने को कहा है।

आयोग ने मंगलवार को दिल्ली पुलिस को लिखे एक पत्र के माध्यम से शुजा के खिलाफ दर्ज कराई गई शिकायत में कहा है कि शुजा ने भादंसं की धारा 505 (1) का कथित तौर पर उल्लंघन किया है। यह धारा जनसामान्य में दहशत पैदा करने वाली अफवाह फैलाने से जुड़ी है।

आयोग ने दिल्ली पुलिस के नई दिल्ली जिला उपायुक्त को भेजे शिकायती पत्र में कहा है कि शुजा ने लंदन के एक कार्यक्रम में जो बयान दिया था उसकी शीघ्र जांच करने की जरूरत है। आयोग ने एक बार फिर ईवीएम की विश्वसनीयता पर भरोसा व्यक्त करते हुये शुजा के कथित दावे को सच्चाई से परे बताया।

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