उत्तर प्रदेश के नवनिर्वाचित मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछली सपा सरकार द्वारा चलाई जा रही समाजवादी पेंशन योजना पर रोक लगा दी है और उस पर जांच बिठा दी है। मंगलवार(11 मार्च) की रात समाज कल्याण विभाग के प्रस्तुतीकरण के दौरान उन्होंने कहा कि जांच के दौरान यह पता लगाया जाए कि जिन लोगों को लाभ मिल रहा है, वे पात्र हैं या नहीं।
फाइल फोटो।उन्होंने कहा कि योजना का लाभ सिर्फ पात्रों को ही दिया जाए। उन्होंने इस जांच को एक महीने में पूरा करने के निर्देश दिए हैं। बता दें कि अखिलेश सरकार समाजवादी पेंशन के तहत गरीब परिवारों को हर महीने 500 रुपये देती थी। वहीं, योगी सरकार ने विधवाओं, दिव्यांगों और बुजुर्गों को पेंशन की राशि दोगुनी यानि 1000 रुपये करने का प्लान पेश करने को कहा है।
इसके अलावा राज्यभर में कई जगहों पर अखिलेश सरकार द्वारा बनाए गए साइकिल ट्रैक भी योगी सरकार ध्वस्त कर सकती है। लोक निर्माण विभाग (पीडब्ल्यूडी) महकमे के काम की समीक्षा के दौरान ये बात सामने आई कि कई जगहों पर साइकिल ट्रैक बनाने से सड़क बहुत संकरी हो गई है। योगी सरकार का कहना है कि जहां से सड़क में रुकावट बन रही है, वहां साइकिल ट्रैक तोड़े जा सकते हैं।
इसके अलावा सपा सरकार की ‘शादी अनुदान योजना’ का नाम बदलकर अब ‘कन्यादान योजना’ कर दिया गया है। इस योजना के तहत जिन गरीब परिवारों को अपनी बेटियों की शादी में आर्थित परेशानियां आती है, उन्हें 20 हजार रुपये की आर्थिक मदद दी जाती है। ये योजना एक परिवार में दो बेटियों तक सीमित है।
योगी सरकार ने कहा है कि 15 जून तक 85,943 किलोमीटर सड़कों को युद्धस्तर पर दुरुस्त किया जाएगा। इसमें राष्ट्रीय राजमार्ग और प्रदेश राजमार्ग शामिल हैं। सीएम योगी ने राज्य पीडब्ल्यूडी विभाग को निर्देश दिया कि यदि मरम्मत की गई सड़कें मॉनसून में क्षतिग्रस्त पाई गईं, तो अधिकारियों को दंडित किया जाएगा। इसके अलावा प्रदेश के सारे विकास प्रधिकरण भी कैग के दायरे में ला दिए गए हैं।