भारतीय नौसेना के पोत आईएनएस सांध्यक पर तैनात एक नाविक के अपने सीनियर अधिकारी को कथित तौर पर थप्पड़ मारने का मामला सामने आया है। इस घटना के दौरान ही आरोपी नाविक के तीन युवा साथियों ने उसके साथ मिलकर अधिकारी की पिटाई कर दी। NDTV के मुताबिक, लड़ाई इस हद तक बढ़ गई थी कि युवा नाविकों को आईएनएस सांध्यक से हेलीकॉप्टर के जरिए एयरलिफ्ट कर वहां से निकालना पड़ा।
फोटो: NDTVमामला सामने आने के फौरन बाद चारों आरोपी नाविकों को भारतीय नौसेना के पोत ‘सांध्यक’ से हटा दिया गया है। साथ ही नौसेना ने इस मामले में बोर्ड ऑफ इन्क्वायरी के आदेश दिए हैं। नौसेना सूत्रों ने बताया कि आदेश नहीं मानने की घटना के बाद तीन-चार कनिष्ठ नाविकों, जिनके पास ढाई साल तक का अनुभव है, उन्हें पोत से चलता कर दिया गया।
एक बयान में नौसेना ने कहा कि बंगाल की खाड़ी में पारादीप तट के पास अपनी नियमित तैनाती के वक्त आईएनएस सांध्यक ने कल कुछ युवा नाविकों की ओर से अपने वरिष्ठ अधिकारियों का आदेश नहीं मानने की घटना की सूचना दी और इस मामले की जांच के आदेश दिए गए हैं।
एनडीटीवी के मुताबिक, आईएनएस सांध्यक पर तैनात एक युवा नाविक को जब सावधान मुद्रा में खड़े रहने का आदेश दिया गया तो वह कथित तौर पर आदेश का पालन करने के बजाए आराम से खड़ा रहा। इस बात से गुस्साए वरिष्ठ अफसर ने नाविक को दोबारा आदेश दिया और जब तब भी वह नहीं माना तो अधिकारी ने कथित तौर पर जबरन उसे सावधान मुद्रा में लाने की कोशिश की।
अधिकारी के ऐसा करते ही नाविक ने उसे थप्पड़ मार दिया, जिसके बाद युवा नाविक के कुछ साथियों ने भी मिलकर अफसर की पिटाई कर दी। जिसके बाद नाविकों को आईएनएस सांध्यक से हेलीकॉप्टर के जरिए एयरलिफ्ट कर वहां से निकालना पड़ा।
नौसेना के बयान के मुताबिक, ‘भारतीय सशस्त्र बल अनुशासन का बेहद उच्च स्तर बनाए रखने के लिए जाने जाते हैं। घटना की जांच के आदेश दिए गए हैं, क्योंकि ऐसी घटनाओं को बर्दाश्त करने की कोई गुंजाइश नहीं है।’
साथ ही नौसेना ने यह भी कहा है कि पोत को निर्देश दिया गया है कि वह घटना में शामिल कर्मियों को वहां से हटाए ताकि उसे सौंपी गई जिम्मेदारी पूरी करने से पहले जांच में प्रगति हो सके। यदि दोषी पाए गए तो आरोपी नाविकों को नौसेना कानून के प्रावधानों के तहत कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा।