राजस्थान में जारी सियासी घमासान के बीच पूर्व उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने अपने पर भाजपा में जाने के लिए 35 करोड़ रुपये की पेशकश करने के आरोप लगाने वाले कांग्रेस के विधायक को कानूनी नोटिस भेजा है। सचिन पायलट के करीबी सूत्रों ने मंगलवार रात बताया कि पायलट की ओर से विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा को कानूनी नोटिस भेजा गया है।
फाइल फोटो: सचिन पायलटपिछले साल बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) से कांग्रेस में शामिल हुए विधायक मलिंगा ने सोमवार को आरोप लगाया था कि तत्कालीन उपमुख्यमंत्री सचिन पायलट ने उनसे पार्टी छोड़कर भाजपा में शामिल होने के लिए 35 करोड़ की रिश्वत देने की कोशिश की थी। पायलट का कहना है कि विधायक ने उनके खिलाफ झूठे और द्वेषपूर्ण बयान दिए। पायलट ने इस आरोप को ‘आधारहीन व अफसोसजनक’ बताते हुए खारिज कर दिया और कहा था कि विधायक से यह बयान दिलवाया गया है और वह उनके खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई करेंगे।
राजस्थान के पूर्व उपमुख्यमंत्री ने कहा था कि ऐसे आरोपों से मैं उदास हूं, मगर हैरान नहीं हूं। उन्होंने कहा कि ऐसा करके मुझे बदनाम करने की साजिश की जा रही है। दरअसल ये असली मुद्दों से ध्यान भटकाने की कोशिश है। पायलट ने कहा था कि मैं ये मुद्दे उठाता रहा हूं और मैं मामले को लेकर उचित क़ानूनी कार्रवाई करूंगा। उन्होंने कहा कि मैं अपने विश्वासों पर कायम हूं, मुझ पर मनगढ़ंत आरोप लगाए गए हैं।
बता दें कि हा ईकोर्ट पहुंच चुकी राजस्थान की सियासी जंग में 24 जुलाई तक सचिन पायलट गुट के विधायकों को राहत मिल गई है। स्पीकर के नोटिस देने के मामले पर कोर्ट ने फैसला सुरक्षित रखते हुए स्पीकर से 24 तारीख तक कोई कार्रवाई नहीं करनी की अपील की।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि पायलट तक पहुंचने के प्रयासों का कोई परिणाम नहीं निकला है। कांग्रेस के शीर्ष नेताओं ने कहा कि पायलट मोर्चे पर कोई प्रगति नहीं हुई है, लेकिन सरकार अब सुरक्षित है, और सचिन पायलट को पार्टी के साथ तालमेल पर फैसला करना है।