रोहित वेमुला की ख़ुदकुशी को एक साल बीत गया। हैदराबाद विश्वविद्यालय में पिछले साल 17 फरवरी को खुदकुशी करने वाले रोहित वेमुला की बरसी पर अलग-अलग जगह कार्यक्रम रखें गए जिनमें हैदराबाद विश्वविद्यालय के छात्रों के एक समूह ने शहादत दिवस कार्यक्रम का आयोजन किया।
इनके अलावा सोमवार को इंकलाबी नौजवान सभा और शहीद भगत सिंह अंबेडकर मंच की ओर प्रेस क्लब सभागार में संकल्प सभा का आयोजन किया। रोहित वेमुला की पहली पुण्यतिथि में शामिल होने आए आम आदमी पार्टी (आप) के कार्यकर्ताओं को विश्वविद्यालय परिसर में घुसने से रोकने के बाद यहां परिसर में तनाव का माहौल बन गया।
कई छात्र संगठनों के साझा मंच ने ‘ज्वाइंट एक्शन कमेटी फार सोशल जस्टिस’ के तहत रोहित वेमुला के लिए न्याय की मांग की साथ ही कमेटी ने शहादत दिवस मनाने के लिए विश्वविद्यालय परिसर में बैठक के आयोजन का कार्यक्रम बनाया था। कथित तौर पर इस मौके पर आयोजकों ने वेमुला की मां राधिका वेमुला तथा उत्तर प्रदेश के दादरी में गोमांस की अफवाह पर भीड़ द्वारा पीटकर मारे गए मोहम्मद अखलाक के भाई जान मोहम्मद को भी आमंत्रित किया था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, लेकिन प्रदर्शनकारियों को कालेज परिसर में प्रवेश नहीं दिया गया। विभिन्न छात्र संगठनों से जुड़े यह प्रदर्शनकारी वेमुला के शहादत दिन के अवसर पर विश्वविद्यालय के दरवाजे पर जमा हुए थे। इस दौरान पुलिस ने प्रदर्शन कर रहीं रोहित वेमुला की मां और अन्य प्रदर्शनकारियों को कुछ देर के लिए हिरासत में ले लिया था।
प्रदर्शनकारियों ने विश्वविद्यालय के मुख्य दरवाजे के ओर मार्च निकाला। विश्वविद्यालय के कुलपति अप्पाराव पोदिले के खिलाफ नारेबाजी कर उनकी तत्काल गिरफ्तारी की मांग की। रोहित वेमुला के लिए न्याय की तख्तियां उठाए प्रदर्शनकारियों ने मुख्य दरवाजे की ओर मार्च निकाला और वहां लगे अवरोधकों को हटा कर जबरन अंदर प्रवेश करने का प्रयास किया।