वर्ष 2002 में हुए गुजरात दंगों के मामलों की जांच के लिए गठित एसआईटी के पूर्व प्रमुख और पूर्व सीबीआई डायरेक्टर आर के राघवन को मोदी सरकार ने साएपरस का नया हाई कमीश्नर (राजदूत) नियुक्त किया है। बता दें कि राघवन ने 2002 के गुजरात दंगों में करीब 4000 से अधिक लोगों की हत्या मामले में कथित तौर पर तत्कालीन मुख्यमंत्री की भूमिका को लेकर मोदी को क्लीन चिट दे दी थी। सोशल मीडिया पर राघवन की नियुक्ति को लेकर मोदी सरकार की आलोचना हो रही है।बता दें कि 2008 में राघवन को सुप्रीम कोर्ट ने गोधरा दंगों की जांच कर रही एसआईटी की टीम का नेतृत्व करने की जिम्मेदारी सौंपी गई थी। 2012 में एसआईटी ने अपनी रिपोर्ट पेश करते हुए कोर्ट से कहा था कि उन्हें दंगों में मोदी की भूमिका होने के कोई सबूत नहीं मिले। अपनी जांच रिपोर्ट में राघवन ने मोदी को क्लीन चिट दे दी थी।
राघवन जनवरी 1990 से लेकर अप्रैल 2001 तक सीबीआई डायरेक्टर के पद पर कार्यरत थे। राघवन के काम करने के तरीके को लेकर आलोचकों ने एसआईटी पर मोदी के खिलाफ सबूतों से छेड़छाड़ करने का आरोप लगाया था। वहीं, जब 2014 में बीजेपी द्वारा मोदी को पीएम पद के लिए उम्मीदवार घोषित किया जा रहा था तो विवाद खड़ा हुआ था।
इसी साल सुप्रीम कोर्ट ने गुजरात दंगों के मामलों की जांच के लिए गठित एसआईटी के पूर्व प्रमुख आर के राघवन को इस जांच दल की अध्यक्षता से सेवामुक्त कर दिया था। इसके साथ ही कोर्ट ने एसआईटी के अन्य सदस्य ए के मल्होत्राा से जांच दल का कामकाज देखने को कहा था।
देखें, सोशल मीडिया रिएक्शन:-
India's new High Commissioner to Cyprus, RK Raghavan led a probe, that cleared then Chief Minister Modi in the 2002 riots – The Telegraph pic.twitter.com/MTK8OCMflb
— Ajmer Singh (@iamajmer) August 31, 2017
CJI Sathasivam who gave “clean chit” to @amitshah sent to Kerala as governor. R.K. Raghavan goes to Cyprus as high commissioner. Therefore… pic.twitter.com/KEWEBjG9qK
— churumuri (@churumuri) August 31, 2017
#GujaratModel is very rewarding.
RK Raghavan, former CBI director who headed SIT in Gujarat 2002 riots, will now be Indian envoy to Cyprus.— Deepal.Trivedi #Vo! (@DeepalTrevedie) August 31, 2017