केंद्र सरकार और रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) के बीच तनातनी की खबरों के बीच गवर्नर उर्जित पटेल ने सोमवार (10 दिसंबर) को अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। बता दें कि पिछले महीने सरकार और आरबीआई के बीच कई मांगों को लेकर खींचतान चल रहीं थी। उन्होंने इसके पीछे व्यक्तिगत कारणों का हवाला दिया है।
फाइल फोटो: उर्जित पटेलइस्तीफा देने के बाद उर्जित पटेल ने कहा कि व्यक्तिगत कारणों के चलते मैने वर्तमान पद (आरबीआई के गवर्नर) से तत्काल प्रभाव से इस्तीफा देने का फैसला किया। वर्षों तक रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया के अलग पदों पर काम करना हमारे लिए सम्मान की बात रही है।
बता दें कि केंद्रीय बैंक की स्वायत्तता सहित कुछ मुद्दों को लेकर सरकार के साथ मतभेद की खबरों के बाद यह अटकलें लगाई जा रहीं थीं कि वह पद छोड़ सकते हैं। माना जा रहा है कि गवर्नर के इस्तीफे के बाद अब डेप्युटी गवर्नर भी पद छोड़ सकते हैं।
उर्जित पटेल के इस्तीफे पर पीएम मोदी ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, डॉ. उर्जित पटेल गहरी समझ के साथ बहुत अच्छी क्षमता के अर्थशास्त्री हैं। उन्होंने अच्छे ढंग से बैंकिंग व्यवस्था का संचालन किया। वह एक महान विरासत को अपने पीछे छोड़ कर गए हैं। उनकी कमी बहुत ज्यादा खलेगी।
PM Modi on Urjit Patel's resignation as RBI Governor: Dr Urjit Patel is an economist of a very high calibre with a deep&insightful understanding of macro-economic issues. He steered the banking system from chaos to order. He leaves behind a great legacy. We'll miss him immensely pic.twitter.com/sWHkfZh8v3
— ANI (@ANI) December 10, 2018
वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि, मैं डॉ. उर्जित पटेल को शुभकामना देता हूं और यह कामना करता हूं कि वे लंबे समय तक सार्वजनिक सेवा में काम करते रहें।
I wish Dr. Patel all the very best and many more years of public service. (2/2)
— Arun Jaitley (@arunjaitley) December 10, 2018
आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल के इस्तीफे पर कांग्रेस नेता अहमद पटेल ने कहा कि जिस तरह से RBI गवर्नर को पद छोड़ने के लिए मजबूर किया गया वह भारत की मौद्रिक और बैंकिंग प्रणाली पर एक धब्बा है। बीजेपी सरकार ने वास्तव में वित्तीय आपातकाल को लगा दिया है। देश की प्रतिष्ठा और विश्वसनीयता अब खतरे में हैं।