पुलमावा आतंकी हमले में शहीद हुए सीआरपीएफ जवानों को ‘राजनीतिक शिकार’ करार देते हुए मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने रविवार को कहा कि यदि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजीत डोभाल से पूछताछ की जाती है तो इस हमले की सच्चाई सामने आ जाएगी।

समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने महाराष्ट्र के कोल्हापुर जिले में बोलते हुए कहा, ‘यदि एनएसए डोभाल से पूछताछ की जाती है तो पुलवामा आतंकी हमले की सच्चाई सामने आ जाएगी।’ ठाकरे ने कहा, ‘पुलवामा हमले के वक्त प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कॉरबेट नेशनल पार्क में एक फिल्म की शूटिंग करने में व्यस्त थे। आतंकी हमले की खबरें आने के बाद भी उनकी शूटिंग जारी रही।’
मनसे प्रमुख ने कहा कि पुलवामा हमले में शहीद हुए 40 जवान ‘राजनीतिक शिकार’ बने और हर सरकार ने इस तरह की चीजें गढ़ीं, लेकिन मोदी के शासन में यह अक्सर हो रहा है। बता दें कि कांग्रेस ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा था कि पुलवामा हमले की जानकारी मिलने के बाद भी पीएम मोदी नेशनल कॉर्बेट पार्क में फिल्म की शूटिंग कर रहे थे।
कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने गुरुवार को कहा था कि, पुलवामा आतंकी हमले के प्रति मोदी सरकार न तो कोई राजनीतिक जवाब दे रही है और न ही अपनी जिम्मेदारी का निर्वहन कर रही है। उन्होंने दावा किया, ‘‘स्तब्ध करने वाली बात तो यह है कि शहादत के अपमान का जो उदाहरण नरेंद्र मोदी जी ने पुलवामा हमले के बाद पेश किया, ऐसा कोई उदाहरण पूरी दुनिया में नहीं। जब पूरा देश गत 14 फरवरी को पुलवामा में 3:10 बजे शाम को हुए आतंकी हमले से सदमे में था, तो उस समय नरेंद्र मोदी रामनगर, नैनीताल के कॉर्बेट नेशनल पार्क में फिल्म की शूटिंग कर रहे थे।’’
सुरजेवाला ने कहा, ‘‘मोदी जी की यह फिल्म शूटिंग 6:30 बजे शाम तक चली। शाम को 6:45 पर मोदी जी ने सर्किट हाउस में चाय नाश्ता किया और दूसरी तरफ सैनिकों की शहादत पर देश के चूल्हे नहीं जले। यह भयावह है कि एक तरफ हमारे जवान पुलवामा में शहीद हुए, तो उसके चार घंटे बाद तक मोदी जी स्वयं के प्रचार, फोटोशूट व चाय-नाश्ते में व्यस्त थे।’’
गौरतलब है कि 14 फरवरी की शाम जम्मू-कश्मीर के पुलवामा जिले में जैश-ए-मोहम्मद के एक आतंकवादी ने विस्फोटकों से लदे वाहन से सीआरपीएफ जवानों की बस को टक्कर मार दी, जिसमें 40 जवान शहीद हो गए। इस घटना ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है, हर कोई शहादत को नमन कर रहा है।