कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने कहा है कि सरकार भीषण ठंड के बावजूद आंदोलन करने को मजबूर किसानों की बात सुनने को तैयार नहीं है इसलिए उसे बताना चाहिए कि किसानों को अभी कितनी आहुति देनी होगी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, कड़ाके की ठंड के बीच किसान आंदोलन में अभी तक 11 किसान दम तोड़ चुके हैं। राहुल गांधी ने 11 किसानों की मौत को लेकर केंद्र की मोदी सरकार पर निशाना साधा है। राहुल गांधी ने केंद्र सरकार से सवाल किया है कि, “कृषि कानूनों को हटाने के लिए हमारे किसान भाइयों को और कितनी आहुति देनी होगी।”
कृषि क़ानूनों को हटाने के लिए हमारे किसान भाइयों को और कितनी आहुति देनी होगी? pic.twitter.com/GSnazbYDoA
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 12, 2020
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख रणदीप सिंह सुरजेवाला ने कहा, “पिछले 17 दिनों में 11 किसान भाइयों की शहादत के बावजूद निरंकुश मोदी सरकार का दिल नहीं पसीज रहा। वह अब भी अन्नदाताओं के साथ नहीं, अपने धनदाताओं के साथ क्यों खड़ी है। देश जानना चाहता है-‘राजधर्म’ बड़ा है या ‘राजहठ’ किसान आंदोलन।”
उन्होंने कहा, “लोकतंत्र में निरंकुशता का कोई स्थान नहीं। आप और आपके मंत्रियों की नीति हर विरोधी को माओवादी और देशद्रोही घोषित करने की है। भीषण ठंड और बरसात में जायज माँगों के लिए धरने पर बैठे अन्नदाताओं से माफी मांगिए और उनकी मांगें तत्काल पूरी करिए।”
बता दें कि, राहुल गांधी ने इससे पहले शुक्रवार को किसानों की आय को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा था। राहुल गांधी ने किसानों की आमदनी को लेकर एक चार्ट शेयर किया था, जिसमें पंजाब के किसान की आय पूरे देश में सबसे ज्यादा थी। राहुल गांधी ने कहा था कि देश का किसान पंजाब के किसान जितनी आय चाहता है, लेकिन मोदी सरकार उनकी आय बिहार के किसान जितनी करना चाहती है।