प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार रात उस वक्त सोशल मीडिया पर हलचल तेज कर दी जब उन्होंने ट्वीट करके कहा कि वह ट्विटर, फेसबुक और यूट्यूब जैसे सोशल मीडिया अकाउंट्स छोड़ने पर विचार कर रहे हैं।
पीएम मोदी ने रात 9 बजे के करीब ट्वीट किया, ‘इस रविवार यानी आठ मार्च से सोशल मीडिया अकाउंट जैसे फेसबुक, ट्विटर, इंस्टाग्राम और यूट्यूब छोड़ने के बारे में विचार कर रहा हूं। इस बारे में जानकारी साझा करता रहूंगा।’ इसके बाद उनके प्रशंसकों से लेकर उन लोगों ने भी ‘नो सर’ की अपील कर डाली जिन्हें पीएम मोदी खुद फॉलो करते हैं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सोशल मीडिया और खास तौर पर ट्विटर पर सक्रिय रहते हैं। ट्विटर पर मोदी के पांच करोड़ 33 लाख फोलोअर्स हैं। फेसबुक पर उनके चार करोड़ 45 लाख फलोअर्स हैं और इंस्टाग्राम पर उन्हें 3 करोड़ पांच लाख व्यक्ति फालो करते हैं। सोशल मीडिया पर दुनिया के सबसे लोकप्रिय नेताओं में से एक पीएम मोदी की राजनीतिक सफलता में भी इसका बड़ा योगदान बताया जाता है। पीएम मोदी कई बार लोकतंत्र की मजबूती में सोशल मीडिया के योगदान की सराहना कर चुके हैं।
कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने नरेंद्र मोदी के सोशल मीडिया से अलग होने का संकेत देने के बाद उन पर कटाक्ष करते हुए कहा कि वह सोशल मीडिया नहीं, बल्कि नफरत छोड़ें। प्रधानमंत्री के ट्वीट का एक स्नैप शॉट शेयर करते हुए राहुल गांधी ने ट्वीट किया, ‘नफरत छोड़िए, सोशल मीडिया अकाउंट्स नहीं।’
Give up hatred, not social media accounts. pic.twitter.com/HDymHw2VrB
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) March 2, 2020
इससे पहले प्रधानमंत्री के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए कांग्रेस के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने कहा, ‘सम्मानीय प्रधानमंत्री जी, आपसे आग्रह है कि आप उन ट्रोल्स की फौज को यह सलाह दीजिए जो आपके नाम पर लोगों को हर सेकेंड अपशब्द कहते हैं और धमकी देते हैं।’
Respected Modi ji,
Earnestly wish you would give this advise to the concerted army of trolls, who abuse-intimidate-badger-threaten others every second in you name!
Sincere Regards,
Citizens of India. https://t.co/hGtf64Fyf9— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) March 2, 2020
इसी कड़ी में कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने भी ट्विटर के माध्यम से पीएम पर निशाना साधा। उन्होंने अपने ट्वीट में लिखा पीएम के अचानक से सोशल मीडिया छोड़ने के ऐलान ने लोगों को चिंतित कर दिया है। कि क्या यह पूरे देश में इन सेवाओं पर प्रतिबंध लगाने का प्रस्ताव है। उन्होंने लिखा कि पीएम मोदी अच्छी तरह से जानते हैं कि सोशल मीडिया सकारात्मक और उपयोगी संदेश भेजने के लिए अच्छा प्लेटफॉर्म हो सकता है। यह नफरत फैलाने के लिए नहीं है।
The PM's abrupt announcement has led many to worry whether it's a prelude to banning these services throughout the country too. As @narendramodi knows well, social media can also be a force for good & for positive & useful messaging. It doesn't have to be about spreading hate. https://t.co/B87Y7Mc32a
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) March 2, 2020