राहुल गांधी बोले- भारतीय संविधान पर हमला है नागरिकता संशोधन बिल

0

नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा से पास होने के बाद मंगलवार को कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने इस पर हमला बोला है। उन्होंने दावा किया कि यह विधेयक संविधान पर हमला है और इसका समर्थन करना भारत की बुनियाद को नष्ट करने का प्रयास होगा।

राहुल गांधी
फाइल फोटो

नागरिकता संशोधन बिल लोकसभा से पास होने के बाद राहुल गांधी ने मंगलवार को ट्वीट कर कहा, “नागरिकता संशोधन बिल भारतीय संविधान पर हमला है। जो भी इसका समर्धन करता है, वह हमारे राष्ट्र की नींव पर हमला कर रहा है और उसे नष्ट करने की कोशिश कर रहा है।”

नागरिकता संशोधन बिल असंवैधानिक है: पी चिदंबरम

कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री पी चिदंबरम ने ट्वीट कर लिखा, “जब वोटर कांग्रेस उम्मीदवारों को तब वोट देंगे जब वह कांग्रेस के साथ हो और तब भी जब वह बीजेपी में चले जाए। तो क्या हम यह कह सकते हैं कि भारतीय राजनीति ने ऐसी श्रेष्ठता और रूपहीनता हासिल कर ली है जो भारत को स्वर्ग बनाता है।”

उन्होंने आगे लिखा, “नागरिकता संशोधन बिल असंवैधानिक है। संसद एक विधेयक पारित करती है जो स्पष्ट तौर पर असंवैधानिक है। जिसके बाद युद्ध का मैदान उच्चतम न्यायालय में स्थानांतरित हो जाता है।”

वहीं, कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा ने लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के बाद मंगलवार को सरकार पर ‘‘कट्टरता” का आरोप लगाते हुए कहा कि कांग्रेस सरकार के संविधान को नष्ट करने के ‘‘व्यवस्थित एजेंडे” के खिलाफ लड़ेगी।

प्रियंका ने ट्वीट कर कहा, ‘बीती रात लोकसभा में नागरिकता संशोधन विधेयक पारित होने के साथ भारत कट्टरता एवं संकुचित विचारों वाले अलगाव से भारत के वादे की पुष्टि हुई। हमारे पूर्वजों ने हमारी स्वतंत्रता के लिए अपने प्राण दिए। उस स्वतत्रंता में समता का अधिकार और धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार निहित है।’ उन्होंने कहा, ‘‘हमारा संविधान, हमारी नागरिकता, एक मजबूत एवं एकजुट भारत के हमारे सपने से हम सभी से जुड़े हुए हैं।”

कांग्रेस महासचिव ने कहा, ‘‘हम सरकार के उस एजेंडे के खिलाफ लड़ेंगे जो हमारे संविधान को व्यवस्थित ढंग से खत्म कर रहा है तथा उस बुनियाद को खोखला कर रहा है जिस पर हमारे देश की नींव पड़ी।”

वहीं, शिवसेना इस मुद्दे पर खुलकर सरकार का समर्थन कर रही है। शिवसेना सांसद अरविंद सावंत से पूछा गया कि क्या पार्टी राज्यसभा में बिल का समर्थन करेगी तो उन्होंने कहा, अलग-अलग भूमिका होती क्या हमारी? राष्ट्र हित की भूमिका लेकर शिवसेना खड़ी रहती है, इस पर किसी का एकाधिकार नहीं है।

बता दें कि, लोकसभा ने सोमवार रात नागरिकता संशोधन विधेयक को मंजूरी दे दी जिसमें अफगानिस्तान, बांग्लादेश और पाकिस्तान से धार्मिक प्रताड़ना के कारण भारत आए हिन्दू, सिख, बौद्ध, जैन, पारसी और ईसाई समुदायों के लोगों को भारतीय नागरिकता के लिए आवेदन करने का पात्र बनाने का प्रावधान है।

Previous articleनागरिकता संशोधन विधेयक के खिलाफ असम से लेकर त्रिपुरा तक बवाल, कहीं आगजनी तो कहीं सड़कों पर सन्नाटा
Next articleVIDEO: कानून-व्यवस्था के सवाल पर कन्नी काटते दिखे बिहार के DGP, माइक हटाकर चल दिए