कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सर्जिकल स्ट्राइक को ‘जरूरत से ज्यादा तूल दिए जाने’ संबंधी सेना के पूर्व अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डीएस हुड्डा के एक कथित बयान को लेकर शनिवार को पीएम मोदी पर हमला बोला और दावा किया कि मोदी ने सेना का इस्तेमाल राजनीतिक लाभ के लिए किया और इस पर ‘उन्हें कोई शर्म नहीं है।’ उन्होंने यह भी दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने सर्जिकल स्ट्राइक का उपयोग राजनीतिक लाभ के लिए किया और राफेल सौदे का इस्तेमाल अनिल अंबानी की पूंजी बढ़ाने के लिए किया।
फाइल फोटो: राहुल गांधीकांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने शनिवार (8 दिसंबर) को डीएस हुड्डा के बयान से जुड़ी एक खबर शेयर करते हुए ट्वीट करते हुए लिखा, ‘आपने (हुड्डा) जवानों के एक सच्चे जनरल की तरह बात की है। भारत को आप पर गर्व है। हमारी सेना का इस्तेमाल निजी संपत्ति के तौर पर करने में प्रधानमंत्री को कोई शर्म नहीं है।’
कांग्रेस अध्यक्ष ने आरोप लगाया, ‘उन्होंने (मोदी) ने राजनीतिक पूंजी के लिए सर्जिकल स्ट्राइक का इस्तेमाल किया और अनिल अंबानी की पूंजी में 30 हजार करोड़ रुपये में बढ़ोतरी करने के लिए राफेल सौदे का इस्तेमाल किया।’
Spoken like a true soldier General. India is so proud of you. Mr 36 has absolutely no shame in using our military as a personal asset. He used the surgical strikes for political capital and the Rafale deal to increase Anil Ambani’s real capital by 30,000 Cr. #SurgicalStrike https://t.co/IotXWBsIih
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) December 8, 2018
पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने भी लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) हुड्डा के बयान को लेकर प्रधानमंत्री पर निशाना साधा। उन्होंने कहा, ‘लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त्) हुड्डा आपका धन्यवाद कि आपने प्रधानमंत्री मोदी की ओर से सर्जिकल स्ट्राइक का राजनीतिकरण किए जाने को बेनकाब कर दिया है। कोई भी हमारे बहादुर जवानों के पराक्रम और बलिदान का इस्तेमाल सस्ते तुच्छ राजनीतिक लाभ के लिए नहीं कर सकता।’
Thank you Lt.Gen.Hooda for exposing the petty politicisation by PM Modi!
No one can use the valour & sacrifice of our brave soldiers to score cheap political points
Modiji is squarely guilty of compromising National Security & Strategic Interests by unwarranted chest thumping! pic.twitter.com/VjrUxS3alC
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) December 8, 2018
दरअसल, सेना के पूर्व अधिकारी लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) डीएस हुड्डा ने कहा है कि सर्जिकल स्ट्राइक की सफलता पर शुरुआती उत्साह स्वाभाविक था, लेकिन इसको जरूरत से ज्यादा तूल दिया गया, जो अनुचित था।
#WATCH: Lt Gen (retd) DS Hooda, who was Chief of the Northern Command of the Army when surgical strike was executed in 2016, says "Surgical strike was overhyped & politicised."https://t.co/P8r8QBd3pL
— ANI (@ANI) December 8, 2018
गौरतलब है कि जब 29 सितंबर, 2016 को नियंत्रण रेखा (एलओसी) के पार आतंकी ठिकानों को निशाना बनाकर सर्जिकल स्ट्राइक की गई थी। हुड्डा 29 सितंबर 2016 को नियंत्रण रेखा के पार की गई सर्जिकल स्ट्राइक के वक्त उत्तरी सैन्य कमान के कमांडर थे। हुड्डा के बयान पर फिलहाल बीजेपी एवं सरकार की तरफ से कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली पाई है।