भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के तेज तर्रार नेता और सांसद वरुण गांधी के कांग्रेस में शामिल होने की अफवाहें अक्सर चर्चा में रहती है। हालांकि, इन अफवाहों पर विराम लगाते हुए वरुण गांधी हाल ही में बयान दे चुके हैं कि बीजेपी ने उनका और उनकी मां का सम्मान किया है, उससे अलग होने का कोई कारण उनके पास नहीं है। इस बीच कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने बहन प्रियंका गांधी की राजनीति में एंट्री के बाद पहली बार अपने चचेरे भाई वरुण गांधी के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर बयान दिया है।
राहुल ने कहा है कि उन्हें वरुण गांधी के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों के बारे में जानकारी नहीं है। दरअसल, शुक्रवार (25 जनवरी) को ओडिशा की राजधानी भुवनेश्वर में आयोजित एक कार्यक्रम के दौरान जब राहुल गांधी से वरुण गांधी के कांग्रेस में शामिल होने की अटकलों पर सवाल किया गया तो उन्होंने कहा कि मुझे इस बारे में कोई जानकारी नहीं है। आपको बता दें कि वरुण गांधी फिलहाल बीजेपी के लोकप्रिय नेता हैं और तेज तर्रार भाषणों के लिए जाने जाते हैं।
संजय गांधी के बेटे बीजेपी नेता वरुण गांधी फिलहाल उत्तर प्रदेश की सुल्तानपुर सीट से लोकसभा सांसद हैं। जबकि वरुण की मां मेनका गांधी केंद्र की मोदी सरकार में महिला एवं बाल विकास मंत्री हैं। मीडिया में काफी समय से वरुण गांधी के कांग्रेस में शामिल होने की खबरें आती रही हैं। इसी क्रम में जब राहुल से ओडिशा के भुवनेश्वर में एक कार्यक्रम के दौरान पूछा गया कि क्या गांधी-नेहरू परिवार को एकजुट करने के कदम वरुण भी कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं? तो कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, ‘मैंने ये अटकलें नहीं सुनी हैं।’
दरअसल, राहुल गांधी ने जब से कांग्रेस अध्यक्ष पद संभाला है, तभी से चर्चाएं आम थीं कि अब वरुण गांधी पार्टी में शामिल हो सकते हैं। वहीं, प्रियंका गांधी की सक्रिय रूप से राजनीति में एंट्री के बाद से ही ये अटकलें एक बार फिर जोर पकड़ने लगी। हालांकि, राहुल गांधी की इस प्रतिक्रिया के साथ काफी समय से बीजेपी से साइडलाइन चल रहे वरुण के कांग्रेस में शामिल होने के कयास लगभग खत्म माना जा रहा है।
आपको बता दें कि पिछले कुछ समय में वरुण गांधी ने ऐसे बयान दिए हैं जिसमें केंद्र की नरेंद्र मोदी सरकार की आलोचना की गई थी। इसमें रोहिंग्या मुसलमानों का मुद्दा मुखर रुप से शामिल रहा। 2017 में बीजेपी सांसद वरुण गांधी ने एक अखबार में अपने लेख में रोहिंग्या मुसलमानों का समर्थन करते हुए कहा था कि रोहिंग्या शरणार्थियों को यूं न ठुकराएं जाए। उन्होंने लेख में अंतरराष्ट्रीय संधियों का हवाला देते हुए लिखा था कि भारत को रोहिंग्या शरणार्थियों को शरण देना जारी रखना चाहिए। (पीटीआई के इनपुट्स के साथ)