प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के सिंगापुर में दिए गए एक ‘इंटरव्यू’ का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया है। इस इंटरव्यू के वायरल होने के पीछे की वजह ‘जनता का रिपोर्टर’ द्वारा प्रकाशित एक रिपोर्ट है जिसमें हमने ये साफ़ किया था कि किस तरह प्रधानमंत्री मोदी के इंटरव्यू के ना सिर्फ प्रश्न बल्कि उनके जवाब भी पहले से तैयार होते हैं। अब कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी प्रधानमंत्री मोदी के इस संवाद कार्यक्रम को लेकर उन पर कटाक्ष किया है।
कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा कि अच्छा है कि उनके कार्यक्रम के सवाल-जवाब पहले से तय होते हैं, क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता तो ‘हम सभी के लिए शर्मिंदगी की स्थिति पैदा हो जाती।’ राहुल ने मोदी के इस संवाद कार्यक्रम के एक अंश का वीडियो ट्विटर पर पोस्ट करते हुए कहा, ‘(मोदी) पहले ऐसे भारतीय प्रधानमंत्री हैं जो ‘स्वतःस्फूर्त’ प्रश्नों का सामना करते हैं और जिसका अनुवाद ट्रांसलेटर के पास पहले से तय उत्तर होता है।’
The first Indian PM who takes "spontaneous" questions that the translator has pre-scripted answers to!
Good that he doesn't take real questions. Would have been a real embarrassment to us all if he did. pic.twitter.com/8Iyfgiaseh
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 4, 2018
उन्होंने कहा, ‘अच्छा है कि वह वास्तविक प्रश्नों का सामना नहीं करते। अगर ऐसा होता तो हम सभी के लिए शर्मिंदगी की स्थिति पैदा हो जाती।’ कांग्रेस अध्यक्ष ने प्रधानमंत्री का जो वीडियो पोस्ट किया है वह सिंगापुर के नानयांग प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय (एनटीयू) में संवाद कार्यक्रम का है।
बता दें कि ‘जनता का रिपोर्टर’ द्वारा यह रिपोर्ट प्रकाशित करने के बाद सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। इस रिपोर्ट को को अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल पर शेयर कर कांग्रेस और दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल दोनों ने पीएम मोदी पर चुटकी ली। कांग्रेस ने अपने ट्वीट में कहा कि मोदी को भविष्य में कागज़ देख कर इंटरव्यू में पूछे सवालों का जवाब देना चाहिए।
Shouldn't PM Modi refer to a piece of paper to keep up with the content of scripted interviews? #SawaalBhiMeraJawaabBhiMerahttps://t.co/txcf9gpGj4
— Congress (@INCIndia) June 2, 2018
This is hilarious. U must watch. Is it true? https://t.co/VboeUiDgow
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) June 2, 2018
क्या है पूरा मामला?
दरअसल, प्रधानमंत्री मोदी सिंगापुर के नानयांग टेक्नोलॉजिकल यूनिवर्सिटी (NTU) के एक कार्यक्रम में एक बड़ी भीड़ के सामने इंटरव्यू दे रहे थे। इंटरव्यू लेने वाले शख्स का नाम था सुब्रा सुरेश जो यूनिवर्सिटी के अध्यक्ष थे और प्रधानमंत्री ने उन्हें ‘मित्र’ कह कर सम्बोधित किया था।
इंटरव्यू की शुरुआत सुरेश ने पीएम मोदी से इस सवाल से पूछकर की कि उनकी नज़र में आने वाले दिनों में एशिया के लिए क्या समस्याएं हो सकती हैं और इनका समाधान कैसे किया जा सकता है? पीएम मोदी ने अपना उत्तर बहुत ही संक्षेप में दिया और फिर उनके जवाब का एक महिला ने अंग्रेजी में अनुवाद करना शुरू किया। लेकिन उन्होंने अपने अनुवाद में ऐसी बातें कह डाली जो मोदी ने अपने जवाब में कहा ही नहीं था।
वीडियो में साफ दिखता है कि प्रधानमंत्री एशिया के सामने चुनौती विषय पर पूछे गए सवाल का जवाब हिंदी में देते हैं और उसके बाद अंग्रेजी अनुवादक पूरा एक पैसेज पढ़ती हैं, जिसमें कई फैक्ट और फीगर्स होते हैं जबकि पीएम मोदी ने जवाब में ऐसा कुछ भी नहीं कहा था। इससे ऐसा लगा कि मोदी के अनुवादक को प्रधानमंत्री के जवाबों की लिस्ट पहले से दे दी गयी थी और मोदी इंटरव्यू के दौरान उन्हें याद रखना भूल गए थे।
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