न्यूज वेबसाइट ‘द वायर’ में भारतीय जनता पार्टी(बीजेपी) अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय शाह की कंपनी का टर्नओवर कथित तौर पर 16 हजार गुना बढ़ने की खबर ने सियासी हलकों में हंगामा मचा दिया है। जय शाह पर लगे आरोपों ने कांग्रेस को बैठे-बैठे एक हथियार दे दिया है। साथ ही बीजेपी ने इस मामले में प्रतिक्रिया देकर उसे और उत्साहित कर दिया है।इस बीच कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट कर सीधे तौर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर निशाना साधा है। राहुल ने अपने आधिकारिक ट्वीटर अकाउंट पर लिखा, “मोदीजी, जय शाह- ‘जादा’ खा गया। आप चौकीदार थे या भागीदार? कुछ तो बोलिए।”
मोदीजी, जय शाह- 'जादा' खा गया|
आप चौकीदार थे या भागीदार? कुछ तो बोलिए— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 9, 2017
वहीं, एक अन्य ट्वीट में राहुल ने द वायर के इस खबर को शेयर करते हुए लिखा, ‘आखिरकार हमने नोटबंदी के एकमात्र फायदेमंद शख्स की खोज कर ली, ये आरबीआई नहीं है, ये कोई गरीब भी नहीं है और ना ही किसान है। ये डेमोक्रेसी के शाह-इन-शाह हैं। जय अमित।’
We finally found the only beneficiary of Demonetisation. It's not the RBI, the poor or the farmers. It's the Shah-in-Shah of Demo. Jai Amit https://t.co/2zHlojgR2c
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) October 8, 2017
क्या है पूरा मामला?
दरअसल न्यूज वेबसाइट ‘द वायर’ ने एक रिपोर्ट में दावा किया है कि बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय अमितभाई शाह की स्वामित्व वाली कंपनी का सालाना टर्नओवर नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री और पिता अमित शाह के पार्टी अध्यक्ष बनने के बाद 16,000 गुना बढ़ गया। वेबसाइट के मुताबिक, यह खुलासा रजिस्ट्रार ऑफ कंपनीज (आरओसी) में दाखिल किए गए दस्तावेजों से सामने आई है।
द वायर के मुताबिक, कंपनी की बैलेंस शीटों और आरओसी से हासिल की गई वार्षिक रिपोर्टों के मुताबिक, वर्ष 2013 और 2014 के मार्च में समाप्त होने वाले वित्तीय वर्षों में शाह की टेंपल इंटरप्राइज प्राइवेट लिमिटेड कंपनी कोई खास कारोबार नहीं कर रही थी और इन वर्षों में कंपनी को क्रमशः 6,230 और 1,724 रुपये का घाटा हुआ। लेकिन वेबसाइट का दावा है कि जैसे ही नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री और उनके पिता अमित शाह बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष बने जय शाह की कंपनी के टर्नओवर में आश्चर्यजनक रूप से इजाफा देखने को मिला।
रिपोर्ट के अनुसार, 2014-15 में कंपनी ने महज 50,000 रुपये की आमदनी पर 18,728 रुपये का लाभ दिखाया।जबकि 2015-16 में कंपनी का टर्नओवर आसमान में छलांग लगाते हुए बढ़कर 80.5 करोड़ रुपये को छू गया। यह 2014-15 के मुकाबले 16 हजार गुना ज्यादा है।
वेबसाइट का दावा है कि टेंपल इंटरप्राइज के राजस्व में यह हैरान करने वाली बढ़ोत्तरी एक ऐसे समय में हुई जब कंपनी को राज्यसभा सांसद और रिलायंस इंडस्ट्रीज के शीर्ष एक्जीक्यूटिव परिमल नाथवानी के समधी राजेश खंडवाला के स्वामित्व वाली एक वित्तीय सेवा कंपनी से 15.78 करोड़ रुपये का असुरक्षित कर्ज मिला था।
हालांकि, एक साल बाद अक्टूबर, 2016 में जय शाह की कंपनी ने अपनी व्यापारिक गतिविधियों को अचानक पूरी तरह से बंद कर दिया। द वायर के मुताबिक, निदेशकों की रिपोर्ट में यह कहा गया कि पिछले वर्ष हुए 1.4 करोड़ रुपये के घाटे और इससे पहले के सालों में होने वाले नुकसानों के कारण कंपनी का नेटवर्थ पूरी तरह से समाप्त हो गया है।
100 करोड़ रुपए का मानहानि केस करेंगे जय अमित शाह
अपने अध्यक्ष अमित शाह के बेटे जय अमित शाह के कारोबारी लेन-देन के मुद्दे पर कांग्रेस के आरोपों को खारिज करते हुए बीजेपी ने रविवार(8 अक्टूबर) को कहा कि वह मामले से बच नहीं रही है, बल्कि आक्रामक रवैया अपना रही है, क्योंकि जय इस मामले में 100 करोड़ रुपए का दीवानी और आपराधिक मुकदमा दाखिल करने वाले हैं।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने एक प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि बीजेपी को पूरा यकीन है कि जय ने कुछ गलत नहीं किया है। गोयल ने जय शाह का एक बयान भी जारी किया जिसमें बीजेपी अध्यक्ष के बेटे ने कहा कि वह इस मामले से जुड़ी खबर प्रकाशित करने वाली न्यूज वेबसाइट के मालिक, संपादक और रिपोर्ट लेखक पर 100 करोड़ रुपए का मानहानि का मुकदमा करेंगे।
बयान में जय ने कहा कि आलेख में ‘‘मेरे खिलाफ गलत, अभद्र और मानहानि करने वाले दावे किए गए हैं जिससे सही सोच के लोगों में यह छवि बन जाये कि मेरे पिता अमित शाह की राजनीतिक हैसियत की वजह से ही मुझे सफलता मिली है।’’ मंत्री ने जोर देकर कहा कि जय के कारोबार पूरी तरह वैध हैं और वाणिज्यिक आधार पर पूरी तरह से कानूनी तरीके से किए गए हैं और कर रिकॉर्डों और बैंकिंग लेन-देन के जरिए यह बात सामने आई है।
जय ने अपने बयान में कहा, ‘‘चूंकि वेबसाइट ने अत्यंत प्रेरित आलेख में पूरी तरह गलत आरोप लगाए हैं, जिससे मेरी छवि को नुकसान हुआ है, इसलिए मैंने उक्त न्यूज वेबसाइट के संपादक, मालिक और रिपोर्ट की लेखिका पर 100 करोड़ रुपए का मानहानि का मुकदमा ठोंकने का फैसला किया है।