महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेता राधाकृष्ण विखे पाटिल ने मंगलवार को अहमदनगर सीट के विधायक के रूप में इस्तीफा दे दिया। उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष हरिभाऊ बगाडे को अपना इस्तीफा सौंप दिया है। यह कयास लगाए जा रहे हैं कि वह जल्द ही सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो सकते हैं। इस कायास की वजह इसलिए भी है क्योंकि राधा कृष्ण पाटिल आज ही महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री सीएम देवेन्द्र फडणवीस से मुलाकात की।

समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक, कांग्रेस विधायक के रूप में अपने इस्तीफे पर उन्होंने कहा ‘मैंने लोकसभा चुनाव के दौरान भी पार्टी के लिए प्रचार भी नहीं किया था। मुझे हाईकमान पर संदेह नहीं है, उन्होंने मुझे विपक्ष का नेता बनाकर मुझे मौका दिया था। मैंने अच्छा काम करने की कोशिश की लेकिन स्थिति ने मुझे इस्तीफा देने के लिए मजबूर किया।’
वहीं हाल ही में पार्टी विरोधी गतिविधियों में लिप्त होने के कारण पार्टी से निकाल दिए गए कांग्रेस विधायक अब्दुल सत्तार ने समाचार एजेंसी से बात करते हुए कहा कि, ‘8 से 10 कांग्रेस विधायक बीजेपी के संपर्क में हैं। राज्य में कांग्रेस के नेतृत्व के साथ निराशा और उनके कामकाज का तरीका हमारे फैसले के पीछे का कारण है। राज्य नेतृत्व यहां पार्टी को नष्ट कर रहा है।’
बता दें कि, लोकसभा चुनाव से ठीक पहले उनके बेटे सुजय विखे-पाटिल ने कांग्रेस छोड़कर और परिवार के पारंपरिक गढ़ अहमदनगर से आम चुनाव जीतकर सबको चौका दिया था। पिता-पुत्र की जोड़ी विखे-पाटिल के अलावा, कांग्रेस के कई अन्य नेता हैं जो भाजपा में शामिल होना चाहते हैं क्योंकि राज्य में अक्टूबर के आसपास महत्वपूर्ण विधानसभा चुनाव होने हैं।
गौरतलब है कि, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को करारी हार का सामना करना पड़ा था। चुनावों में बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने राज्य की 48 लोकसभा सीटों में से 41 पर जीत हासिल की। वहीं एनसीपी 4 सीट पर जीत दर्ज करने में सफल रही और कांग्रेस को सिर्फ एक सीट पर जीत मिल सकी।