भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह का मीडिया और प्रेस की स्वतंत्रता को लेकर दिया गया एक बयान सोशल मीडिया पर चर्चा का विषय बना हुआ है। बीजेपी अध्यक्ष ने एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस के घोषणापत्र का जिक्र कर आरोप लगाया कि आपातकाल के वक्त अखबारों और दूरदर्शन पर ताले लगाने वाली कांग्रेस फिर से आपातकाल के हालत पैदा करना चाहती है, लेकिन मैं मीडिया को विश्वास दिलाता हूं कि बीजेपी और मोदी सरकार ऐसा नहीं होने देगी। शाह के इस बयान की सोशल मीडिया पर जमकर चर्चा हो रही है। कई पत्रकारों ने इस अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
शाह ने अपने अपने आधिकारिक ट्विटर हैंडल से एक वीडियो शेयर किया है। इस वीडियो में चुनावी रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने आरोप लगाया कि कांग्रेस मीडिया पर कई पाबंदिया लगाना चाहती है। शाह ने ट्वीट किया, “आपातकाल के वक़्त अखबारों और दूरदर्शन पर ताले लगाने वाली कांग्रेस फिर से आपातकाल के हालत पैदा करना चाहती है, लेकिन मैं मीडिया को विश्वास दिलाता हूं कि भाजपा ऐसा नहीं होने देगी। भाजपा प्रेस की स्वतंत्रता की पक्षधर है। मैं अभी भी राहुल गांधी से अपील करूंगा कि वो इस पर आत्मचिंतन करें।”
आपातकाल के वक़्त अखबारों और दूरदर्शन पर ताले लगाने वाली कांग्रेस फिर से आपातकाल के हालत पैदा करना चाहती है लेकिन मैं मीडिया को विश्वास दिलाता हूँ कि भाजपा ऐसा नहीं होने देगी।भाजपा प्रेस की स्वतंत्रता की पक्षधर है।
मैं अभी भी राहुल गाँधी से अपील करूंगा कि वो इस पर आत्मचिंतन करें। pic.twitter.com/35QJ3NQXaB
— Chowkidar Amit Shah (@AmitShah) April 3, 2019
शाह के इस बयान पर वरिष्ठ पत्रकार पुण्य प्रसून बाजपेयी ने ट्वीट कर तंज कसा है। बाजपेयी ने अमित शाह के बयान को शेयर करते हुए लिखा है, “शाह साहेब..कैसे कह लेते है ये सब..!” बाजपेयी के अलावा कई सोशल मीडिया यूजर्स और पत्रकारों ने अपनी प्रतिक्रिया व्यक्त की है।
शाह साहेब..कैसे कह लेते है ये सब..! https://t.co/HSBHz8YfNW
— punya prasun bajpai (@ppbajpai) April 4, 2019
देखिए, लोगों ने प्रतिक्रियाएं:
I want to smoke same stuff if it's halal. Many people can't even utter truths with so much confidence that some can utter their lies. Do you still call folks in channels, also known as editors, during morning editorial meetings for you know what I mean? pic.twitter.com/E6aAyA6VUs
— Rifat Jawaid (@RifatJawaid) April 4, 2019
A lesser known quality of @AmitShah is that he has a remarkable sense of humour. https://t.co/nOo8sYZq2v
— Rohini Singh (@rohini_sgh) April 4, 2019
Congress Party is trying to destroy the freedom of press and media. I assure you, BJP will not let that happen. We (BJP Government) stand for the freedom of press -Amit Shah
Good morning @abhisar_sharma, @RifatJawaid, @paranjoygt, @ppbajpai @svaradarajan
pic.twitter.com/uNIpOOylPD— Ravi Nair (@t_d_h_nair) April 4, 2019
भाजपा प्रेस की स्वतंत्रता की पक्षधर है ??? pic.twitter.com/Fi4B0Hbhp5
— M S Rana⚓ (@ms_rana) April 4, 2019
फिर Namo TV चलाने की आवश्यकता क्या थी
जिस पर भाजपा नेताओं के केवल एक पक्ष को दिखाया जा रहा है— Sujeet Prajapati (@SujeetP15370366) April 4, 2019
तभी तो सरकार आपकी है मीडिया सवाल काग्रेस से पूछती है।
— Amit Goswami (@AmitKum35684749) April 4, 2019
भाजपा प्रेस की स्वतंत्रता की पक्षधर नहीं है, भाजपा स्वयं ही प्रेस चला रही है।
— Shivam Jaiswal (@07ShivamJaiswal) April 3, 2019
Ek aur jhuth .
Jhuth pe jhuth pe jhuth…. Akhir kab tak fekate rahoge tum done aur ye andhbhat chupchap lapetane me lage rahenge…….Agar media ko freedom k pakshdhar ho to @ppbajpai @abhisar_sharma @ravishndtv ko na sirf pareshan karna balki channel se nikalne ka kam v kiya
— Kundan Kumar 'Goyal' (@Kundan1997Goyal) April 4, 2019
— Nawaz Alam (@nawaz2102) April 4, 2019
बता दें कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कथित तौर पर सरकार की आलोचनाओं की वजह से दो-दो न्यूज चैनलों से हटने को मजबूर हुए पुण्य प्रसून वाजपेयी को सूर्या टीवी चैनल ने भी नोटिस दे दिया है और जल्द ही उनकी सूर्या समाचार से भी ‘छुट्टी’ हो सकती है। इससे उन्हें आजतक और ABP न्यूज से इस्तीफा देना पड़ा था। ABP न्यूज में पिछले साल अगस्त में भारी उथल पुथल देखने को मिला था।
मोदी सरकार के आलोचक के रूप में चैनल में कार्यरत प्रमुख नामों को या तो इस्तीफा देने पर मजबूर कर दिया गया या उन्हें रिपोर्ट ना करने के लिए निर्देश दे दिया गया। ABP न्यूज़ में गत वर्ष 1-2 अगस्त को जो कुछ हुआ, वह काफी भयानक था। 24 घंटे के अंदर चैनल के मैनेजिंग एडिटर मिलिंद खांडेकर और वरिष्ठ पत्रकार व एंकर पुण्य प्रसून बाजपेयी ने ABP न्यूज से इस्तीफा दे दिया। प्रसून के अलावा अभिसार शर्मा को भी लंबी छुट्टी पर भेज दिया गया और बाद में उन्होंने भी चैनल से इस्तीफा दे दिया।
एबीपी न्यूज पर बाजपेयी का ‘मास्टर स्ट्रोक’ शो हर रोज सोमवार से शुक्रवार रात 9 बजे आता था। उस दौरान आरोप लगाया कि मिलिंद खांडेकर और पुण्य प्रसून बाजपेयी की विदाई ‘मास्टरस्ट्रोक’ के कारण ही हुई। बाजपेयी अपने शो ‘मास्टर स्ट्रोक’ से मोदी सरकार की नाकामियों और जनता से किए कथित झूठे वादों का सच उजागर कर रहे थे। जिसके चलते उन्हे अपनी नौकरी से हाथ धोना पड़ा।