पुणे के एक डॉक्टर ने मंगलवार को आरोप लगाया कि पिछले दिनों नई दिल्ली में उनका युवाओं के एक समूह से सामना हुआ और उन्हें ‘जय श्री राम’ बोलने को कहा गया। प्रतिष्ठित स्त्री रोग विशेषज्ञ और लेखक डॉ. अरुण गद्रे ने कहा कि यह घटना कनॉट प्लेस के पास उस समय हुई जब वह सुबह की सैर पर थे। गद्रे जंतर मंतर के पास वाईएमसीए में ठहरे हुए थे और उसी दिन इंडियन मेडिकल एसोसिएशन द्वारा आयोजित एक कार्यक्रम में भाग लेने के लिए उन्हें बिजनौर जाना था।

द हिंदू के मुताबिक, गद्रे को कनॉट प्लेस में कथित तौर पर कुछ युवाओं ने घेरकर उनसे उनका धर्म पूछा और फिर जबरन जय श्रीराम के नारे लगाने के लिए मजबूर किया। अखबार की रिपोर्ट के मुताबिक, पुणे के रहने वाले डॉ. गद्रे ने इस घटना के संबंध में अभी पुलिस में मामला दर्ज नहीं कराया है। डॉ. अरुण के एक करीबी मित्र ने बताया कि यह घटना 26 मई के सुबह की है। डॉ. अरुण गद्रे ने यह पूरी घटना प्रेस क्लब ऑफ इंडिया के अध्यक्ष और वरिष्ठ पत्रकार अनंत बागाईतकर को बताई।
गद्रे ने समाचार एजेंसी पीटीआई से कहा, ‘वाईएमसीए के पास सुबह करीब 6 बजे सुबह की सैर कर रहा था और अचानक मेरा सामना युवाओं के एक समूह से हुआ और मुझे ‘जय श्री राम’ बोलने को कहा गया। मैं चकित रह गया और मैंने वैसा किया। लेकिन उन लोगों ने जोर देकर कहा कि मैं इसे जोर से बोलूं। उन लोगों ने मुझसे पूछा कि अंकल क्या आप हिंदू नहीं हैं।’
3/3: Dr. Gadre’s statement: ‘I did not want to make it public neither report it to police because I thought it to be trivial. But Anant shared it with some of the press. I request everyone to treat it as trivial and not draw any conclusion.’
— Poona Citizen-Doctor Forum (@PCDForum) May 27, 2019
गद्रे ने कहा कि उन्होंने इस घटना को ‘थोड़ा मजाकिया’ पाया और पुलिस को इसकी सूचना नहीं दी। गद्रे ने कहा कि युवाओं ने उन्हें कोई चोट नहीं पहुंचाई और इसलिए उन्होंने पुलिस में शिकायत दर्ज नहीं कराई। उन्होंने कहा कि बाद में उन्होंने अपने एक पत्रकार मित्र को इस बारे में बताया था।