उत्तर प्रदेश कांग्रेस की नवनियुक्त राष्ट्रीय महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा को उनका नया ऑफिस मिल गया है। दिल्ली के 24 अकबर रोड स्थिति कांग्रेस मुख्यालय में उनका कमरा आवंटित किया गया है, जहां उनकी नेम प्लेट भी लग गई है। कांग्रेस की पूर्वी उत्तर प्रदेश की प्रभारी प्रियंका गांधी के सोमवार को देश लौटीं हैं। उम्मीद की जा रही है कि प्रियंका गांधी इसी सप्ताह लखनऊ भी जाएंगी।
बता दें कि कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने प्रियंका गांधी को राष्ट्रीय महासचिव और पूर्वी उत्तर प्रदेश का प्रभारी बनाने की घोषणा 23 जनवरी को की थी। उनके साथ पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पश्चिमी उत्तर प्रदेश की जिम्मेदारी दी गई है। कांग्रेस सूत्रों ने बताया कि आगामी लोकसभा चुनावों की रणनीति तैयार करने के लिए गुरूवार शाम दिल्ली में होने जा रही पार्टी महासचिवों एवं विभिन्न राज्यों के प्रभारियों की बैठक में प्रियंका भी शामिल होंगी।
प्रियंका के विदेश में होने के कारण अभी उन्होंने विधिवत कार्यभार नहीं ग्रहण किया है और इसीलिए अहम फैसले नहीं लिए जा सके हैं। पार्टी सूत्रों के अनुसार प्रियंका के आने के बाद कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के साथ प्रियंका गांधी की सोमवार देर रात तक मैराथन बैठक चली। बैठक में लोकसभा चुनाव को लेकर यूपी में पार्टी की रणनीति का खाका तैयार हुआ। बैठक में तय हुआ कि प्रियंका प्रदेश की कौन सी लोकसभा सीट देखेंगी और ज्योतिरादित्य सिंधिया कौन-कौन सी लोकसभा सीट देखेंगे।
Delhi: Nameplate of #PriyankaGandhiVadra being put up outside the room allotted to her at Congress Headquarters. She has been appointed as the General Secretary for Uttar Pradesh East. pic.twitter.com/u4WaqkUFkJ
— ANI (@ANI) February 5, 2019
वैसे, राहुल गांधी ने अंग्रेजी अखबार हिन्दुस्तान टाइम्स को दिए एक इंटरव्यू में बताया कि उनकी बहन प्रियंका गांधी राष्ट्रीय राजनीति में भूमिका निभाएंगी। अखबार ने मुताबिक राहुल ने बताया कि पार्टी की महासचिव होने के नाते प्रियंका गांधी की भूमिका राष्ट्रीय स्तर पर ही है। अभी उन्हें एक जिम्मेदारी मिली है और सफलता मिलने पर दूसरी जिम्मेदारी दी जाएगी। गौरतलब है कि सपा और बसपा ने कांग्रेस को अपने गठबंधन में शामिल नहीं किया है।
इसके बाद से कांग्रेस ने उत्तर प्रदेश की सभी 80 लोकसभा सीटों पर अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है। साथ ही इतना ही नहीं कांग्रेस ने प्रियंका गांधी वाड्रा को भी राजनीति में उतार दिया। साल 2014 के लोकसभा चुनाव में कांग्रेस को मात्र दो सीटें मिली थीं। ऐसे में देखने वाली बात यह होगी कि पूर्वांचल में प्रियंका गांधी वाड्रा का जादू कितना चल पाता है।