जनता दल यूनाइटेड (जेडीयू) के पूर्व नेता और चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर कांग्रेस में शामिल हो सकते हैं। कई मीडिया रिपोर्ट में कांग्रेस सूत्रों के हवाले से यह दावा किया जा रहा है। रिपोर्ट में सूत्रों के हवाले से कहा गया है कि प्रशांत किशोर ने इस बारे में कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, राहुल गांधी और प्रियंका वाड्रा के साथ चर्चा कर चुके हैं।

समाचार एजेंसी एएनआई ने कांग्रेस सूत्रों के हवाले से बताया कि प्रशांत किशोर, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा की बैठक के दौरान कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी भी ऑनलाइन जुड़ी रहीं। इस दौरान केसी वेणुगोपाल भी मौजूद थे। यह बैठक करीब 1 घंटे तक चली। प्रशांत किशोर ने उनसे मिलने का समय मांगा था।
एएनआई ने कांग्रेस सूत्रों के हवाले से बताया कि पंजाब कांग्रेस विवाद पर प्रशांत किशोर से चर्चा नहीं हुई। हालांकि, प्रशांत किशोर ने आगामी विधानसभा चुनाव में कांग्रेस की संभावनाओं पर चर्चा की। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) के प्रमुख शरद पवार का नाम यूपीए अध्यक्ष के तौर पर आगे बढ़ाने के बारे में भी कोई चर्चा नहीं हुई।
कांग्रेस सूत्रों ने कहा कि लोकसभा को लेकर कांग्रेस के नेता के पद में फिलहाल कोई बदलाव नहीं हुआ है। इस सत्र में अधीर रंजन चौधरी लोकसभा में कांग्रेस के नेता बने रहेंगे।
There was no talk about the Punjab Congress controversy, though Prashant Kishor discussed the prospects of Congress in the upcoming assembly elections. There was no discussion about pushing Sharad Pawar for president post (from UPA): Congress Sources
— ANI (@ANI) July 14, 2021
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, सूत्रों ने मंगलवार की इस मुलाकात को राज्यों में होने वाले आगामी विधानसभा चुनावों से ‘कुछ बड़ा’ और वर्ष 2024 के आम चुनाव के मद्देनज़र उठाया गया कदम बताया। वर्ष 2024 के लोकसभा चुनावों में कांग्रेस पार्टी की रणनीति को तैयार करने में प्रशांत किशोर महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकते हैं।
पश्चिम बंगाल विधानसभा चुनाव के बाद मई में प्रशांत किशोर ने बतौर रणनीतिकार अपने काम पर विराम लगाने की बात कही थी। एनडीटीवी से बातचीत में उन्होंने कहा था, ‘मैं अभी जो कर रहा हूं उसे जारी रखने की इच्छा नहीं है। मैंने इस क्षेत्र में पर्याप्त काम किया है। मेरे लिए अब ब्रेक लेने और जीवन में कुछ और करने का समय है, मैं इस जगह को छोड़ना चाहता हूं।’ राजनीति में फिर से वापसी की बात पर उन्होंने कहा था, ‘मैं एक विफल नेता हूं। मैं वापस जाऊंगा और देखूंगा कि मुझे क्या करना है।’