सुप्रीम कोर्ट में दायर प्रशांत भूषण के हलफनामें में सामने आए CBI के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना पर विस्फोटक खुलासे

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वकील प्रशांत भूषण ने बुधवार को CBI के विशेष निदेशक राकेश अस्थाना की पहले ही संदिग्ध नियुक्ति को लेकर आश्चर्यजनक खुलासे किए। सुप्रीम कोर्ट के समक्ष प्रस्तुत उनके अतिरिक्त हलफनामे में भूषण ने कहा कि अस्थाना की ‘मनमाने तरीके से’ CBI के विशेष निदेशक के रूप में नियुक्त करना अवैध है और यह नियुक्ति माननीय न्यायालय द्वारा निर्धारित मानकों के सिद्धांत का उल्लंघन करती है।

भूषण ने अस्‍थाना की इस नियुक्‍ति को अवैध बताया। उनका कहना है कि अस्‍थाना का नाम स्‍टर्लिंग बायोटेक की डायरी में है जिसके खिलाफ स्‍वयं CBI ने FIR दर्ज कराई है। गैर सरकारी संगठन कॉमन कॉज की तरफ से दायर याचिका में अस्थाना की नियुक्ति को अवैध और मनमाना बताया गया है। हलफनामे में कई नए तथ्यों पर प्रकाश डाला गया है जो अभी तक सार्वजनिक डोमेन में मौजूद नहीं हैं। इसमें विशेष CBI निदेशक का जुड़ाव ‘स्टर्लिंग बायोटेक’, सैंडेसारा ग्रुप नामी कंपनियों में शामिल लोगों से बताया गया है जो खुद उनकी स्वयं की एजेंसी- CBI ने यह बात उजागर की है। इसके मालिकों ने नवंबर 2016 में अस्थाना की बेटी की शादी पार्टी की मेजबानी की थी।

चौंकाने वाले खुलासे

भूषण के हलफनामे ने दावा किया कि तत्काल याचिका दायर होने के बाद कुछ अन्य महत्वपूर्ण जानकारी उनके पास उपलब्ध हुई है। वह चाहते है माननीय न्यायालय विचार-विमर्श के लिए इस रिकॉर्ड कर दर्ज करें जिससे की उठाए गए मुद्दों पर कोई असर न पड़ सके और याचिका में उठाए गए सवालों को आगे बढ़ाया जाएं। वकील प्रशांत भूषण के माध्यम से दायर याचिका में अदालत से अपील की गई है कि सरकार को अस्थाना के चयन और नियुक्ति से संबंधित सभी रिकॉर्ड पेश करने के लिए कहा जाए।

इसमें बताया गया कि याचिकाकर्ता ने अस्थाना की विशेष निदेशक कि CBI में नियुक्ति को लेकर विरोध दर्ज किया है। क्योंकि उनका नाम ‘2011 डायरी’ में पाया गया था जो 28 जून 2011 को ‘स्टर्लिंग बायोटेक’ और सैंडेसारा ग्रुप ऑफ कंपनियों पर छापे के दौरान आयकर विभाग द्वारा जब्त की गई थी।

2011 में ‘स्टर्लिंग बायोटेक’ के ठिकानों पर आयकर विभाग ने छापा मारा गया था। उसी दौरान यह डायरी हाथ लगी थी। बाद में आयकर विभाग ने अपनी जांच के जरिए डायरी में दर्ज जानकारियों की पुष्टि की और वे सही पाई गईं।

याचिका में बताया गया कि इस संबंध में, CBI ने पहले ही दिनांक 30.08.2017 और 25.10.2017 को FIR दर्ज कराई थी जो इसमें शामिल आयकर विभाग के अधिकारियों के खिलाफ ‘स्टर्लिंग बायोटेक’, सैंडेसारा ग्रुप, उनके CA और अन्य सरकारी कर्मचारियों और निजी व्यक्तियों एवं मालिकों के खिलाफ थी।

30.08.2017 की FIR के अनुसार, जब्त किए गए दस्तावेजों से पता चला है कि संडेरा समूह सार्वजनिक कर्मचारियों सहित अन्य लोगों को पैसे की लेन-देन और सुविधाएं हासिल करने के लिए करते थे। आयकर विभाग द्वारा जमा किए गए सबूतों में तीन वरिष्ठ IAS अधिकारियों सहित विभिन्न सरकारी कर्मचारियों के भ्रष्टाचार का पता चला है।

अंकुश अस्थाना (राकेश अस्थाना का बेटा) ‘स्टर्लिंग बायोटेक’ में सहायक प्रबंधक

भूषण ने दायर अपने हलफनामे में किए गए सबसे बड़े खुलासे में से एक में बताया कि CBI के विशेष निर्देशक के बेटे अंकुश अस्थाना 2010 और 2012 के बीच सहायक प्रबंधक के रूप में ‘स्टर्लिंग बायोटेक’ में बतौर एक कर्मचारी रहा है।

CBI की FIR के मुताबिक, कंपनी विभिन्न व्यक्तियों को काम निकालने के लिए बड़ी-बड़ी रकम देने लगी थी और उसने कई गैर-विदेशी संस्थाओं और भारत में बेनामी कंपनियों के लिए अवैध संचालन के तरीके और रास्ते खोल दिए थे। हलफनामें में इस बात को कहा गया है।

इसमें आगे कहा गया है कि 2011 में जब्त कि गई हस्तलिखित डायरी में ‘स्टर्लिंग बायोटेक’ द्वारा भुगतान किए जाने वाले धन के विवरण के साथ राकेश अस्थाना के नाम का उल्लेख मिलता है।

जबकि जानकारी बताती है कि इस अवधि में ा 2010 और 2012 के बीच ‘स्टर्लिंग बायोटेक’ में राकेश अस्थाना का बेटा अंकुश अस्थाना बतौर सहायक प्रबंधक था। यहां इससे पता चलता है कि विशेष सीबीआई निदेशक का दागी कंपनी के साथ गहरा संबंध था।

भूषण ने ‘स्टर्लिंग बायोटेक’ के साथ जूनियर अस्थाना के रोजगारपरक इतिहास के अपने दावे को साबित करने के लिए दो व्यावसायिक नेटवर्किंग साइट Linkedin और Bayt के प्रोफाइल पेज भी जोड़े है।

दागी कंपनी के मालिकों ने ही अस्थाना की बेटी की शादी पार्टी की मेजबानी की थी

आरोप लगाया गया है कि पिछले साल नवंबर में वड़ोदरा के लक्ष्मी निवास पैलेस में अस्थाना की बेटी के लिए एक भव्य शादी की मेजबानी सैंडेसारा ने की थी। पार्टी में एक स्थानीय रिपोर्ट का हवाला देते हुए यह बताया। शपथ पत्र में कहा गया है कि अस्थाना वड़ोदरा के एक जिम में स्टर्लिंग ग्रुप के एक चेयरमैन चेतन सैंडसेरा के संपर्क में आए थे, जहां दोनों नियमित रूप से आते थे।

हलफनामे में उद्धृत एक मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, सैंडेसारा से अपने साथ अच्छे रिश्ते बनाए रखते हुए अस्थाना के साथ बात के लिए जिम में अधिक समय का इस्तेमाल किया। गुजरात के समाचार में प्रकाशित रिपोर्ट में यह भी पूछा गया कि क्यों अस्थाना ने वड़ोदरा में अपनी बेटी के लिए शादी की मेजबानी करने का फैसला किया था, जबकि वह दिल्ली में तैनात हुए थे।

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