गोवा में फॉरवर्ड पार्टी के निर्वाचित विधायकों के बीजेपी को सर्मथन देने की घोषणा के बाद राज्य में बीजेपी सरकार बनने के विरोध में फॉरवर्ड पार्टी के अध्यक्ष प्रभाकर टिम्बले ने अपना इस्तीफा दे दिया है। निर्वाचित विधायकों के भाजपा को समर्थन देने के फैसले के तुरन्त बाद प्रभाकर टिम्बले ने अपना इस्तीफा पेश कर दिया।
इस कड़ी में सबसे पहले विजयी सरदेसाई ने पहले ही पुष्टि की थी उसके बाद अन्य दो विधायकों ने मनोहर पर्रिकर के साथ भाजपा को नया समर्थन देने का फैसला किया था।
प्रभाकर टिम्बले ने ‘जनता का रिपोर्टर’ को बताया, मैं इस फैसले से खुश नहीं हूं और इसलिए मैं पार्टी के अध्यक्ष पद से इस्तीफा दे रहा हूं।
उन्होंने कहा, मैं भाजपा को समर्थन देने के खिलाफ नहीं हूं, लेकिन तीनों विधायकों ने जिस तेजी के साथ इस निर्णय को लिया है, उसने मुझे चोट पहुंचाई है।
मैंने सुबह तीन घंटे तक सरदेसाई से बात हुई थी जिसमें उन्होंने बताया था कि किसी भी निर्णय पर पहुंचने से पहले हमें एक हफ्ते तक विचार-विर्मश की आवश्यकता थी। लेकिन मुझे बाद में मीडिया से इस बारें में पता चला। जबकि कांग्रेस से हमारे सर्मथन को लेकर बातचीत की खबरें भी मीडिया में थी।
आपको बता दे कि इससे पूर्व प्रभाकर टिम्बले ने ‘जनता का रिपोर्टर’ से खास बातचीत करते हुए कहा था उनकी पार्टी ने अभी तक किसी को भी समर्थन देने का फैसला नहीं किया है। उन्होंने कहा था हम खुशी-खुशी विपक्ष में बैठने को तैयार हैं। हालांकि, प्रभाकर ने बातचीत के दौरान कुछ शर्तों के साथ कांग्रेस को समर्थन देने के संकेत दिए थे।