मध्य प्रदेश के गुना जिले में दलित किसान दंपत्ति ने फसल बर्बाद किए जाने और पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने से नाराज होकर अपने बच्चों और पुलिस के सामने कीटनाशक पीकर जान देने की कोशिश की। बाद में दोनों को अस्पताल में भर्ती कराया गया। घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया। इस मामले को लेकर विपक्ष के हमलावार होने के बाद मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना का गंभीरता से संज्ञान में लेते हुए जिले के कलेक्टर और एसपी को तत्काल प्रभाव से हटाने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने घटना की उच्च स्तरीय जांच का आदेश दे दिया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक, गुना के सरकारी पीजी कॉलेज की जमीन पर राजकुमार अहिरवार लंबे समय से खेती कर रहे थे, मंगलवार दोपहर अचानक गुना नगर पालिका का अतिक्रमण हटाओ दस्ता एसडीएम के नेतृत्व में यहां पहुंचा और राजकुमार की फसल पर जेसीबी चलवाना शुरू कर दिया। राजकुमार ने जब इसका विरोध किया तो उसे पुलिस ने पकड़ लिया और उनकी पिटाई कर दी।
राजकुमार का कहना था कि ये उसकी पैतृक जमीन है। दादा-परदादा इस जमीन पर खेती करते आ रहे हैं, उसके पास पट्टा नहीं है। जब जमीन खाली पड़ी थी तो कोई नहीं आया, उसने 4 लाख रुपए का कर्ज लेकर बोवनी की है। अब फसल अंकुरित हो आई है, इस पर बुल्डोजर न चलाया जाया। मेरे परिवार में 10-12 लोग हैं, अब मेरे पास कोई दूसरा रास्ता नहीं है। आत्महत्या करूंगा।
किसान दंपत्ति ने फसल बर्बाद किए जाने और पुलिस द्वारा लाठीचार्ज करने से नाराज होकर अपने बच्चों और पुलिस के सामने कीटनाशक पीकर जान देने की कोशिश की। जिसके बाद किसान दंपत्ति को तुरंत पास के ही अस्पताल में पहुंचाया गया गया और बताया जा रहा है कि पत्नी की हालत नाजुक है।
जिसके बाद पुलिस की बर्बरता का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया। वीडियो वायरल होने के बाद विपक्ष से लेकर सोशल मीडिया पर मध्य प्रदेश सरकार को लोग घेरने लगे। भाजपा के राज्यसभा सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस घटना को बेहद दुर्भाग्यपूर्ण बताते हुए मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का अनुरोध किया था। इसके बाद तुरंत बाद ही शासन ने कार्रवाई करते हुए कलेक्टर और एसपी का ट्रांसफर कर दिया और मामले में उच्च स्तरीय जांच के निर्देश दे दिए।
मध्य प्रदेश कांग्रेस की ओर से ट्विटर पर मासूम बच्चों की बिलखते हुए एक फोटो शेयर कर इसे जंगलराज की लज्जित तस्वीर बताया गया। पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और कमलनाथ ने भी इस मामले में शिवराज सवाल खड़े किए। कांग्रेस ने ट्विटर पर ‘शिवराज सिंह चौहान इस्तीफा दो’ हैशटैग को टॉप ट्रेंड करवा दिया।
मध्य प्रदेश कांग्रेस ने घटना की वायरल वीडियो को ट्वीट करते हुए लिखा, ”शिवराज के अहंकार का बेशर्म प्रदर्शन, सिंधिया के क्षेत्र की वारदात। गुना में एक किसान परिवार की शिवराज की पुलिस ने बर्बरता से पिटाई की और महिला के कपड़े फाड़े, आहत किसान ने ज़हर खाया. शिवराज जी, बच्चों की चीख सुनाई पड़ रही है..? इस अंधी, बहरी और गूँगी सरकार का अंत नज़दीक है।”
शिवराज के अहंकार का बेशर्म प्रदर्शन,
— सिंधिया के क्षेत्र की वारदात;गुना में एक किसान परिवार की शिवराज की पुलिस ने बर्बरता से पिटाई की और महिला के कपड़े फाड़े, आहत किसान ने ज़हर खाया।
शिवराज जी,
बच्चों की चीख सुनाई पड़ रही है..?
इस अंधी, बहरी और गूँगी सरकार का अंत नज़दीक है। pic.twitter.com/ZrMayfg3Z3— MP Congress (@INCMP) July 15, 2020