कर्नाटक और गोवा के बीच विवाद की वजह बने महादयी नदी के मुद्दे पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की टिप्पणी पर गोवा कांग्रेस ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। पार्टी ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री ने उक्त टिप्पणी कर्नाटक में चुनाव के मद्देनजर मतदाताओं को भ्रमित करने के लिए की।
file photo- पीएम मोदीसमाचार एजेंसी भाषा की रिपोर्ट के मुताबिक, पिछले हफ्ते कर्नाटक में एक चुनावी रैली के दौरान पीएम मोदी ने कहा था कि तत्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने 2007 में गोवा विधानसभा चुनाव के दौरान कहा था कि उनकी पार्टी इस बात के लिए “प्रतिबद्ध” है कि गोवा के हिस्से का पानी दक्षिणी राज्य को नहीं लेने दिया जाए। मोदी ने कहा था कि अब जब कांग्रेस गोवा में सत्ता से बाहर है तो वह महादयी मुद्दे पर कर्नाटक के लोगों को उकसा रही है। कांग्रेस ने विवाद का समाधान निकालने के बजाए इसे न्यायाधिकरण के पास भेज दिया।
इस पर प्रतिक्रिया देते हुए गोवा प्रदेश कांग्रेस समिति के अध्यक्ष गिरीश चोडणकर ने कहा कि इस तरह के बयान कर्नाटक चुनाव से ठीक पहले इसलिए दिए गए हैं ताकि “मतदाताओं को भ्रमित” किया जा सके। उन्होंने कल रात संवाददाताओं से कहा कि, “मैं बीजेपी नेताओं से अपील करता हूं कि अगर वे इस मुद्दे को लेकर गंभीर हैं तो कर्नाटक चुनाव खत्म होने का इंतजार नहीं करें और 72 घंटे के भीतर एक स्पष्ट बयान दें।’’
चोडणकर ने आरोप लगाया कि मोदी ने दोनों ही राज्यों के साथ न्याय नहीं किया। केंद्र सरकार ने इससे पहले महादयी जल विवाद न्यायाधिकरण का गठन किया था जहां दोनों राज्य इस मुद्दे पर आमने सामने हैं। चोडणकर ने कहा, “न्यायाधिकरण का गठन संविधान के मुताबिक किया गया। दोनों राज्यों को उसके समक्ष अपना पक्ष रखने का अधिकार है। ऐसे बयान सिर्फ कर्नाटक चुनाव को जीतने के लिए दिए जा रहे हैं।’’