CM योगी की लोकप्रियता को देखते हुए PMO ने दिया आदेश, यूपी सरकार के फैसलों के लिए नहीं मिलना चाहिए गैरजरूरी श्रेय

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योगी आदित्य नाथ को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बनाने के बाद उन्होंने राज्य की जनता के लिए ताबड़तोड़ फैसलें लिए जिससे प्रदेश की जनता काफी खुश है। इतना ही नहीं आम जनता के बीच सीएम योगी की लोकप्रियता पहले से चार गुना तक बढ़ गई। लेकिन अब ऐसा लगता है कि, योगी की लोकप्रियता देखकर विपक्षी पार्टियां तो क्या बीजेपी के बड़े नेता भी घबराने लगे है।

PHOTO- Vishvatimes

जिसका असर प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के इस फरमान से लगाया जा सकता है जिसमें साफ किया गया है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी को यूपी में लिए जाने वाले फैसलों के लिए गैर जरूरी श्रेय नहीं दिया जाना चाहिए। इसके लिए पीएमओ ने सरकार की पब्लिसिटी करने वाले इनचार्ज को भी आदेश दे दिया है।

कूमी कपूर के लेख के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के एक करीबी केंद्रीय मंत्री ने बताया है कि यूपी सरकार द्वारा जो भी फैसले लिए जा रहे हैं वे सभी पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल थे। उस मंत्री ने बताया कि घोषणा पत्र में किए गए सभी वादे नरेंद्र मोदी द्वारा पास किए गए थे। मंत्री के मुताबिक, अवैध बूचड़खानों को बंद करने का वादा भी मोदी ने ही करने को कहा था।

कूमी कपूर के लेख के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के एक करीबी केंद्रीय मंत्री ने बताया है कि यूपी सरकार द्वारा जो भी फैसले लिए जा रहे हैं वे सभी पार्टी के घोषणा पत्र में शामिल थे। साथ ही मंत्री ने बताया कि घोषणा पत्र में किए गए सभी वादे नरेंद्र मोदी द्वारा पास किए गए थे। मंत्री के मुताबिक, अवैध बूचड़खानों को बंद करने का वादा भी मोदी ने ही करने को कहा था।

आपको बता दें कि, यूपी में भारतीय जनता पार्टी और उसके गठबंधन दल ने मिलकर 325 सीटों पर जीत दर्ज की थी।वहीं कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के गठंबधन को हार का मुंह देखना पड़ा था। बीजेपी ने राज्य के मुख्यमंत्री के तौर पर गोरखपुर के सांसद योगी आदित्यनाथ को चुना था। योगी आदित्यनाथ अपना एक हिंदू युवा वाहिनी नाम का संस्था भी चलाते हैं जिसके वह संस्थापक हैं।

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