प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी रविवार (3 मार्च) को पटना के ऐतिहासिक गांधी मैदान में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन की ‘संकल्प रैली’ के संबोधित किया। इस दौरान पीएम मोदी के साथ इस मंच पर बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और लोक जनशक्ति पार्टी के प्रमुख रामविलास पासवान भी मौजूद थे। बिहार में ये पहला मौका है जब एनडीए के ये तीनों दिग्गज एक साथ किसी रैली को शामिल हुए हैं। हालांकि, इससे पहले सरकारी कार्यक्रमों में ये तीनों नेता देखे गए हैं।
पटना के गांधी मैदान में संकल्प रैली के दौरान पीएम मोदी ने कांग्रेस और अन्य विपक्षी पार्टियों पर जमकर हमला बोला। पीएम मोदी ने भारतीय वायुसेना द्वारा पाकिस्तान में घुसकर किए गए एयर स्ट्राइक का जिक्र करते हुए कहा कि कांग्रेस और उसकी सहयोगी पार्टी इस मौके पर ऐसी बातें बोल रही हैं, जिन पर पाकिस्तान में तालियां बजती हैं। उन्होंने कहा कि आज चीजों को समझने की कोशिश कीजिए।
उन्होंने कहा कि वे (विपक्ष) कहते हैं- आओ मिलकर मोदी को खत्म करें और मोदी कहता है, आओ मिलकर आतंकवाद को खत्म करें। वो कहते है आओ मिलकर मोदी को खत्म करें, मैं कहता हूं आओ मिलकर भ्रष्टाचार और बेईमानी को खत्म करें। मैं भारत को विश्व में ऊपर पहुंचाने के लिए दिनरात काम कर रहा हूं और वे मुझे ही हटाने के लिए काम कर रहे हैं।
ट्विटर पर ट्रेंड हुआ #BiharRejectsModi
हालांकि, बिहार दौरे से पहले बीजेपी और पीएम मोदी की सोशल मीडिया पर विरोध का सामना करना पड़ा। पीएम मोदी के दौरे से पहले ही रविवार सुबह से ही टि्वटर पर ‘बिहार रिजेक्ट मोदी’ (#BiharRejectsModi) टॉप ट्रेंड बन गया है। इस ट्रेंडिंग की वजह से बीजेपी को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है।
दरअसल, जम्मू कश्मीर के कुपवाड़ा में आतंकवादियों और सुरक्षाकर्मियों के बीच हुई एक मुठभेड़ में शहीद हुए बिहार के सीआरपीएफ जवान पिंटू कुमार का पार्थिव शरीर रविवार को पटना एअरपोर्ट पहुंचा। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक शहीद के शव को विदाई देने के लिए सत्तारूढ़ एनडीए का कोई भी नेता एयरपोर्ट पर मौजूद नहीं था, जिस वजह से लोगों में भारी नाराजगी है।
न्यूज 18 इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, पटना एयरपोर्ट पर पिंटू सिंह का पार्थिव शरीर रविवार सुबह 8 बजकर 15 मिनट पर लाया गया, लेकिन इस दौरान सत्ताधारी दल बीजेपी सहित एनडीए का कोई भी नेता शहीद को श्रद्धांजलि देने नहीं पहुंचा। पटना एयरपोर्ट पर शहीद पिंटू सिंह को एसएसपी गरिमा मलिक सहित CRPF के अन्य बड़े अधिकारियों ने श्रद्धांजलि दी, जिसके बाद उनका शव हेलिकॉप्टर से उनके पैतृक गांव बेगूसराय के लिए भेजा गया।
रिपोर्ट के मुताबिक, पटना एयरपोर्ट पर शहीद के शव को श्रद्धांजलि देने के लिए न तो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और न ही उनकी कैबिनेट के कोई सहयोगी मौजूद रहे। विपक्ष के खेमे से भी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष मदन मोहन झा को छोड़कर कोई अन्य दूसरा नेता वहां मौजूद नहीं रहा। बताया जा रहा है कि पटना में हुए संकल्प रैली में व्यस्त होने के चलते ही एनडीए का कोई भी वरिष्ठ नेता शहीद को अंतिम विदाई देने नहीं पहुंचा।
शहीद के भाई ने जताया दुख
वहीं, शहीद जवान के परिजनों का कहना है कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने यहां आकर अंतिम विदाई देना भी मुनासिब नहीं समझा। शहीद पिंटू के भाई मिथिलेश कुमार ने दुख व्यक्त करते हुए कहा कि शहादत की जगह रैली को महत्व दिया गया। इससे पता चल गया कि सरकार सेना को कितना मदद कर रही है।
शहीद के भाई मिथिलेश ने कहा, “रैली को महत्व दिया गया है। शहीद को तो बाद में भी देखा जा सकता है। मरने वाला तो मर गया। मंत्री जी को क्या लेना है? वो तो अपनी कुर्सी बचाने में लगे रहते हैं। मंत्री और मुख्यमंत्री एयरपोर्ट पर नहीं आए, इसी से तो पता चलता है कि हमारी सरकार सेना को कितना मदद कर रही है।”
देखें, ट्विटर पर यूजर्स और विपक्ष ने कैसे जताई नाराजगी
पटना के गांधी मैदान में भाषण में शहीदों और सेना का आत्मबल बढ़ा रहे हैं लेकिन शहीद पिंटु सिंह को श्रद्धांजली देने NDA का कोई भी नेता एयरपोर्ट नहीं गया। शर्मनाक#BiharRejectsModi
— Iftekhar Sayeed?? (@Iftekhardbg) March 3, 2019
फिर भी ये ढोंगी और फ़र्ज़ी देशभक्त दूसरों को देशभक्ति का प्रमाणपत्र बाँटते घूमते है। शहीद का पार्थिव शरीर 3 किलोमीटर दूर रखा था और नीतीश कुमार और नरेंद्र मोदी बेशर्मी से शहीदों के नामपर राजनीति कर रहे थे। इससे ज़्यादा धूर्तता क्या होगी?#BiharRejectsModi https://t.co/6OjRIajIbS
— Rashtriya Janata Dal (@RJDforIndia) March 3, 2019
PM Modi, BJP, Bihar CM Nitish Kumar, his party and government has insulted the MARTYR.
That’s why Bihar today rejected Modi. #BiharRejectsModi https://t.co/m1VhYbCGYQ
— Sanjay Yadav (@sanjuydv) March 3, 2019
जी हाँ!और एक बिहार के शहीद सपूत का पार्थिव शरीर टुकुर टुकुर इंतज़ार करता रहा कि सत्ता प्रतिष्ठान से कोई तो आएगा।मुल्क के शहीदों को अपनी गदली और संकीर्ण राजनीति में ना घसीटीए हुज़ूर। #BiharRejectsModi https://t.co/fTt0syinHe
— Manoj K Jha (@manojkjhadu) March 3, 2019
पीएम मोदी ने लालू यादव पर साधा निशाना
रैली को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रीय जनता दल (राजद) अध्यक्ष लालू प्रसाद का नाम लिए बिना कहा कि यहां चारा के नाम पर क्या-क्या होता था, यह सभी जानते हैं। उन्होंने लोगों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि आपका चौकीदार चौकन्ना है, कुछ नहीं होने देगा। पटना के गांधी मैदान में आयोजित राजग की संकल्प रैली को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि जिसने भी देश को लूटा उनसे डंके पर वसूली हो रही है, इस कारण लोग अब चौकीदार को गाली दे रहे हैं।
मोदी ने कहा कि उनमें चौकीदार को गाली देने का मुकाबला चल रहा है। उन्होंने हालांकि लोगों को विश्वास दिलाते हुए कहा कि देश के दुश्मन हों या गरीब, पिछड़ों के दुश्मन सबके बीच राजग दीवार बनकर खड़ी है। उन्होंने इशारों ही इशारों में राजद अध्यक्ष लालू प्रसाद के परिवार पर निशाना साधते हुए कहा, “आपके चौकीदार ने बिहार में लूट-खसोट से बेनामी संपत्ति बनाने वाले और बिचौलिया संस्कृति को बंद करने की हिम्मत दिखाई, अब इनकी दुकानदारी बंद हो गई। वे इस चौकीदार से परेशान हैं।”
प्रधानमंत्री मोदी ने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को कर्मठ और शालीन व्यक्ति बताते हुए कहा कि राजग की सरकार से बिहार का विकास पटरी पर है। उन्होंने बिहार के विकास की तारीफ की। इससे पहले प्रधानमंत्री ने रैली में आए लोगों का भोजपुरी और मैथिली भाषा में अभिवादन किया। उन्होंने हाल ही में सीमा पर शहीद हुए बिहार के जवानों को भी नमन किया।
इस रैली को लेकर पटना की सड़कों और चौराहों को पोस्टरों व बैनरों से पाट दिया गया है। बिहार में राजग के तीनों घटक दल जनता दल (यूनाइटेड), भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी ) और लोजपा ने इस रैली को लेकर विशेष तैयारी की थी। राजग नेताओं का दावा है कि इस रैली में रिकॉर्ड तोड़ भीड़ जुटी थी।