नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में तीन दिन के दौरे के साथ ही सोमवार(6 मार्च) को उत्तर प्रदेश के चुनावी अभियान को पूरा कर लिया। भारतीय जनता पार्टी(भाजपा) के लिए काशी कितना महत्व रखता है इसका आप ऐसे भी अंदाजा लगा सकते हैं कि पीएम मोदी लगातार तीन दिन वाराणसी में डटे रहे। विरोधी पार्टियों ने बीजेपी की इस कोशिश को घबराहट करार दिया है, वहीं बीजेपी ने इस आलोचना को दरकिनार कर दिया है। यहां 8 मार्च को मतदान होगा।
इतना ही नहीं आखिरी चरण के मतदान में मोदी सरकार के लगभग 19 मंत्रियों ने बनारस और उसके आसपास के इलाकों का दौरा किया। वाराणसी में गृहमंत्री राजनाथ सिंह, वित्तमंत्री अरुण जेटली, सूचना एवं प्रसारण मंत्री एम वैंकेया नायडू, परिवहन मंत्री नितिन गडकरी, स्वास्थय मंत्री जेपी नड्डा, जल संसाधन मंत्री उमा भारती और कपड़ा मंत्री स्मृति ईरानी का नाम उन मंत्रियों में शामिल हैं, जिन्होंने पिछले कुछ दिनों में वाराणसी में भाजपा के लिए सभाएं की और वोट मांगे।
केंद्र सरकार में उत्तर प्रदेश से 13 मंत्री हैं। यूपी ऐसा राज्य है जहां से भाजपा के सबसे ज्यादा 71 सांसद आते हैं। 2014 के लोकसभा चुनावों में भाजपा ने यूपी में अन्य साथियों के साथ मिलकर 73 सीट जीती थी। स्वास्थ्य मंत्री नड्डा और ऊर्जा राज्य मंत्री पीयूष गोयल पिछले दो सप्ताह में ज्यादातर समय वाराणसी में ही रहे।
ये दोनों पीएम मोदी के रोड शो से पहले काशी में प्रेस कांफ्रेंस और जनसभाएं कर रहे थे। मंत्रियों ने यहां पर प्रचार के साथ ही अपने मंत्रालय के विषयों से जुड़े मामलों को लेकर कर्इ लोगों से भी मुलाकात की। वहीं, वित्त मंत्री जेटली ने कारोबारियों से मुलाकात की और उनसे सरकार के नोटबंदी के फैसले के बारे में जानकारी दी। जबकि नड्डा ने डॉक्टरों से मुलाकात की तो स्मृति ईरानी महिलाओं के बीच गईं।
बता दें कि वाराणसी में खुद प्रधानमंत्री मोदी ने तीन रोड शो और तीन रैलियां की हैं। इसके अलावा वे यहां पर गढ़वाघाट आश्रम और पूर्व पीएम लालबहादुर शास्त्री के घर भी गए थे। प्रचार के दौरान एक रात तो उन्होंने बनारस में ही बिताई।
वाराणसी जिले में कुल आठ विधानसभा सीटें हैं, जो इस प्रकार हैं:- शहर दक्षिणी, शहर उत्तरी, कैंटोनमेंट, शिवपुर, अजगरा, पिंडरा, रोहनिया और सेवापुरी। पांच सीटें- दक्षिणी, उत्तरी, कैंटोनमेंट, रोहनिया, सेवापुरी वाराणसी संसदीय क्षेत्र के अंतर्गत आती हैं और इनमें से शहरी क्षेत्र की तीन सीटें- दक्षिणी, उत्तरी और कैंटोनमेंट भाजपा के पास है।
अपनों के ही निशाने पर आए PM मोदी
वाराणसी में रोड शो और जोरदार प्रचार के चलते प्रधानमंत्री मोदी विपक्ष सहित अपनों के भी निशाने पर भी हैं। भाजपा के सांसद शत्रुघ्न सिन्हा ने पीएम मोदी के वाराणसी में रोड शो को तामझाम बताते हुए पांच मार्च को कहा कि यह एक तरह की हताशा को दिखाता है।
उन्होंने समाचार एजेंसी एएनआई से कहा, ”ये किसी किस्म की डिप्रेशन का भी संकेत देता है। ये कैसा डिप्रेशन है? अगर आप कॉन्फिडेंट हैं, आपके पास स्टार कैंपेनर्स हैं, जलेबी खाने वाले लीडर्स हैं तो तामझाम का क्या मतलब है?”
इससे पहले भाजपा के सहयोगी दल राष्ट्री य लोक समता पार्टी (रालोसपा) के प्रमुख और एनडीए सरकार में केंद्रीय मंत्री उपेंद्र कुशवाहा ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वाराणसी में रोड शो करने पर निशाना साधते हुए कहा था कि, यह केवल विधानसभा चुनाव है, इसके लिए प्रधानमंत्री को रोड शो नहीं करना चाहिए।
उन्होंने कहा कि यूपी में बीजेपी निश्चित रूप से चुनाव जीत रही है, लेकिन विधानसभा चुनाव में प्रधानमंत्री का रोड शो करना सही नहीं है। कुशवाहा ने कहा कि, ‘पीएम का रैली करना तो सही है, लेकिन रोड शो करना ठीक नहीं है।’ बता दें कि कुशवाहा मोदी सरकार में मानव संसाधन विकास राज्य मंत्री हैं।