सोशल मीडिया: “भारत में एक घर से दूसरे घर तक गाय ले जाने को ‘गौतस्करी’ कह दिया जाता है, एक देश से दूसरे देश 200 गाय ले जाने को क्या कहेंगे?”

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राजस्थान के अलवर में पहलू खान के बाद अब अकबर खान उर्फ रकबर खान की पीट-पीटकर हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है। राजस्थान के गृहमंत्री गुलाब चंद कटारिया ने माना है कि रकबर की मौत पुलिस हिरासत में हुई थी। इससे पहले शनिवार को अलवर में कथित गोरक्षकों की पिटाई के बाद रकबर की मौत की बात सामने आई थी। मंगलवार को अलवर में घटनास्थल का दौरा करने के बाद कटारिया ने इस मामले में न्यायिक जांच का आदेश दिया है।

PHOTO: @narendramodi

इस बीच लगातार हो रही हत्याओं के डर से अलवर जिले में रहने वाले मुस्लिम समुदाय के लोगों ने अब गाय नहीं पालने का फैसला किया है। मोहम्‍मद इस्‍लाम ने एक अखबार को बताया कि उन्होंने यह फैसला उस समय लिया जब उन्‍हें अपनी गाय को पशुओं के अस्‍पताल ले जाने के लिए एक भी लॉरी ड्राइवर नहीं मिला। गोरक्षकों के डर से हरेक ड्राइवर ने जाने से मना कर दिया। बता दें कि अलवर ही वह जगह है जहां पिछले दिनों गो-तस्‍करी के शक में रकबर खान और पहलू खान की पीट-पीटकर हत्‍या कर दी गई थी।

वहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रवांडा में ग्रामीणों को मंगलवार (24 जुलाई) को 200 गायें दान में दीं। उन्होंने गरीबी घटाने और बाल कुपोषण से निपटने के लिए देश के राष्ट्रपति पॉल कागमे के महत्वाकांक्षी कार्यक्रम ‘गिरिनका’ की सराहना भी की। कागमे ने वर्ष 2006 में ‘गिरिनका कार्यक्रम’ शुरू किया था। इसका उद्देश्य हर गरीब परिवार को पोषण और वित्तीय सुरक्षा मुहैया करने के लिए उसे एक गाय देना है।

पीएम मोदी ने रवेरू मॉडल गांव में एक कार्यक्रम में गरीब परिवारों को ये गायें दान में दी। इस अवसर पर मोदी ने सरकार की गिरिनका कार्यक्रम की सराहना भी की। विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता ने ट्वीट किया, ‘‘रवांडा के आर्थिक विकास की दिशा में एक परिवर्तनकारी परियोजना का हिस्सा बना! प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने रवेरू गांव में गिरिनका- एक गाय प्रति गरीब परिवार कार्यक्रम के तहत 200 गायें दान में दी। गिरिनका एक महत्वाकांक्षी कार्यक्रम है, जो गरीबों को पोषण और वित्तीय सुरक्षा, दोनों ही मुहैया करता है।’’

सोशल मीडिया पर घमासान

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा रवांडा में ग्रामीणों को 200 गायें दान में दिए जाने के बाद घमासान मच गया है। एक यूजर ने लिखा है, “मोदी जी 200 गाय को लेकर दूसरे देश जा सकते है। पर एक मुसलमान एक गाय को लेकर दूसरे गांव नहीं जा सकते। इन दोनो बातो में सिर्फ एक ही अंतर है। विदेश ले जाने वाले हिन्दू है, पर गांव ले जाने वाले मुस्लिम…यानी जो गुंडे है वह मुस्लिम को टारगेट कर के मार रहे। ताकि संघ सत्ता में बना रहे।”

वहीं, एक अन्य यूजर ने लिखा, “भारत में एक घर से दूसरे घर तक गाय ले जाने को ‘गौतस्करी’ कह दिया जाता है, एक देश से दूसरे देश 200 गाय ले जाने को क्या कहेंगे? उस गाय को ले जाने वाले उसे काटकर खाने वाला है ये मान लिया जाता है #Rwanda में क्या आरती उतारेंगे?”

https://twitter.com/Manmohantweets_/status/1022045143535443969

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