लोकसभा चुनाव नतीजों के बाद सोमवार (17 जून) को 17वीं लोकसभा का पहला सत्र है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ-साथ 17वीं के लोकसभा के अन्य सदस्यों ने सोमवार को शपथ ली। इस लोकसभा सत्र में केंद्रीय बजट पारित किया जाएगा और ‘तीन-तलाक’ समेत कुछ मुख्य विधेयक सरकार के प्रमुख एजेंडे में रहेंगे।

कार्यवाहक अध्यक्ष वीरेंद्र कुमार ने मोदी और अन्य सांसदों को पद की शपथ दिलाई। प्रधानमंत्री मोदी के शपथ लेने के बाद रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, गृह मंत्री अमित शाह और सड़क एवं परिवहन तथा राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी जैसे कुछ वरिष्ठ सांसदों ने शपथ ली।
प्रधानमंत्री मोदी ने 17वीं लोकसभा के पहले दिन विपक्ष से सदन में अपनी संख्या के बारे में चिंता ना कर सदन की कार्यवाही में सक्रियता से भाग लेने का आग्रह किया है। लोकसभा के पहले सत्र से पहले मोदी ने कहा कि संसदीय लोकतंत्र में विपक्ष और सक्रिय विपक्ष की भूमिका बहुत जरूरी है।
मोदी ने संवाददाताओं से कहा, “विपक्ष को अपनी संख्या के संबंध में चिंता करने की जरूरत नहीं है। मुझे उम्मीद है कि वे सदन की कार्यवाही में सक्रियता से बोलेंगे और भाग लेंगे।” उन्होंने संसद सदस्यों से देश के विकास के लिए निष्पक्ष तरीके से काम करने का आग्रह किया।
उन्होंने कहा, “जब हम संसद में आते हैं, तो हमें पक्ष (सत्ता) और विपक्ष को भूल जाना चाहिए। हमें निष्पक्ष भावना से मुद्दों के बारे में सोचना चाहिए और देश की व्यापक भलाई के लिए काम करना चाहिए।” प्रधानमंत्री ने सदस्यों को संसदीय कार्यवाही को सुचारू रूप से चलाने का आग्रह किया जिससे लोगों की आकांक्षाएं पूरी की जा सकें। पीएम मोदी ने इस पर संतुष्टि जताई कि इस लोकसभा में बड़ी संख्या में महिला सांसद हैं।