प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को तिरुपति में हुए इंडियन साइंस कांग्रेस के दौरान रोहित वेमुला की कथित आत्महत्या के आरोपी प्रोफेसर अप्पा राव को सम्मानित किया।
पिछले साल हैदराबाद केंद्रीय विश्वविद्यालय में शोधार्थी रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद पूरे देश में बड़े तौर पर प्रदर्शन हुए थे। साथ ही, आलोचकों ने प्रोफ़ेसर अप्पा राव पर सांस्थानिक हत्या का आरोप लगाया था। इस मामले में पहले ही, उन पर एससी/एसटी (उत्पीड़न निरोधक) कानून के तहत केस दर्ज है।
प्रोफेसर अप्पा राव को इंडियन साइंस कांग्रेस एसोसिएशन के ‘मिलेनियम प्लेक्स’ अवार्ड दिए जाने पर उनके साथी रहे दोंथा प्रशांत ने सोशल मीडिया पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “अप्पा राव को अवार्ड दिए जाने की सबसे बड़ी त्रासदी यह है कि वे वैज्ञानिक सोच की भावना पर धब्बा है।
वो न सिर्फ अवैज्ञानिक जाति व्यवस्था में विश्वास रखते है बल्कि खुद एक प्रमाणित साहित्यिक जालसाज और निम्न स्तर के अध्येता है। अप्पा राव पोडिले वैज्ञानिक समुदाय के नाम पर धब्बा है।”
उन्होंने प्रोफेसर अप्पा राव पर आरोप लगाते हुए कहा कि रोहित वेमुला की आत्महत्या के बाद उपजे आंदोलन को दबाने में कई लोगों ने मदद की और अब उन लोगों को इसका फायदा पहुंचाया जा रहा है। उन्होंने आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू की आलोचना करते हुए कहा कि वे शुरुआत से ही प्रोफेसर अप्पा राव को बचाने में लगे हुए है।


















