एक तस्वीर इस समय सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रही है, जिसमें दिख रहा है एक अलमारी नोटों की गड्डियों से खचाखच भरी हुई है। इस तस्वीर को शेयर करते हुए सोशल मीडिया यूजर्स भी जमकर मजे ले रहे हैं। लोग लिख रहे है कि, यही अलमारी उन्हें भी चाहिए। वहीं, कुछ कह रहे है कि ऐसे ही अच्छे दिन उनको भी चाहिए। लेकिन इसके पीछे आखिर क्या मामला है, क्यों ये तस्वीर सोशल मीडिया पर लोगों की दिलचस्पी पैदा कर रही है?
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, आयकर विभाग ने हैदराबाद में एक फार्मास्यूटिकल ग्रुप पर छापेमारी की। तलाशी के दौरान आयकर विभाग ने एक अलमारी से लगभग 142 करोड़ रुपये कैश बरामद किया, इन रुपयों को अलमारी और लॉकर में छुपाकर रखा गया था। ऐसा अनुमान है कि अभी तक फार्मास्यूटिकल ग्रुप की लगभग 550 करोड़ रुपये की बेनामी आय का पता चला है। आयकर विभाग के मुताबिक, ये कैश सीज इस वित्तीय वर्ष का सबसे बड़ा कैश सीज है।
हैदराबाद: आयकर विभाग ने Hetero Pharmaceutical Group हेटेरो पर मारा छापा
दफ्तर की अलमारियों से बरामद हुए 142 करोड़ रुपये कैश, अफसर भी देखकर रह गए दंग#Hyderabad #ITRaids pic.twitter.com/q2w9OOvdqx
— News24 (@news24tvchannel) October 11, 2021
आयकर विभाग ने 550 करोड़ बेहिसाब संपत्ति के खुलासा करने का दावा किया है और बताया कि 6 अक्टूबर को की गई छापेमारी के दौरान हैदराबाद की प्रमुख दवा कंपनी से आय का स्रोत नहीं बताने पर 142.87 करोड़ रुपये जब्त कर लिए गए। आधिकारिक बयान में आयकर विभाग ने कहा कि फार्मास्युटिकल समूह मध्यवर्ती बनाने में शामिल है। लिहाजा नोटों से भरी अलमारी का मामला सामने आने के बाद तस्वीर इंटरनेट पर चर्चा का विषय बन गई। लोग अपने-अपने हिसाब से रिएक्शन देने में जुट गए।
देखें कुछ ऐसे ही ट्वीट:
अगर तुम मिल जाओ
कमाना छोड़ देंगे हम ???? pic.twitter.com/7nxjPh3nLC— R Shikhar Kaushik (@ShikharKaushik3) October 11, 2021
बस इहें अलमारी मिल जाय !! ???? pic.twitter.com/7uSZZileVv
— Harshit Mishra (@00HarshitMishra) October 12, 2021
भाई कुछ जुगाड़ करो , अगर ये अलमारी मिल जाये तो बहुतो का भला हो सकता है।???????? pic.twitter.com/lOFPwqcWxZ
— विशाल शर्मा???? (@ivishalkaushik) October 12, 2021
मुझे बस ये जानना है कि अलमारी के “लॉकर” में क्या है ?? क्या हो सकता है?
ये सोच सोच कर परेशान हूँ ???? pic.twitter.com/wkFlEDQ2sD— प्यारे Habib (@pyare_habib) October 12, 2021
मुझे भी ये अलमारी चाइये दोस्तों
… pic.twitter.com/doi2sIRxvF— Parvesh Khan (@Parvesh04740220) October 12, 2021
बता दें कि, फार्मास्यूटिकल ग्रुप इंटरमीडिएट्स, एक्टिव फार्मास्यूटिकल इनग्रेडिएंट्स (API) और फॉर्मूलेशन के बिजनेस से जुड़ा है। 7,500 करोड़ रुपये वाली ये फार्मा कंपनी उन फर्मों में से एक है, जिसने भारत में COVID-19 वैक्सीन Sputnik V के निर्माण के लिए रूसी प्रत्यक्ष निवेश कोष के साथ करार किया है।