पेट्रोल-डीजल की कीमतों में लगातार 13 वें दिन बढ़ोतरी का सिलसिला जारी, दिल्ली में पेट्रोल रिकॉर्ड 77.97 रुपये प्रति लीटर, जबकि मुंबई में 85 के पार पहुंचा

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देश में डीजल और पेट्रोल की कीमतें थमने का नाम नहीं ले रही हैं। कर्नाटक विधानसभा चुनाव के बाद से लगातार पेट्रोल और डीजल की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है। पेट्रोल तथा डीजल की कीमत में बढ़ोतरी का सिलसिला 13वें दिन शनिवार (26 मई) को भी जारी रहा।

शनिवार को राजधानी दिल्ली में पेट्रोल की कीमत बढ़कर 77.97 रुपये और डीजल की कीमत 68.90 रुपये प्रति लीटर हो गया है। वहीं देश की आर्थिक नगरी मुंबई में उपभोक्ता को एक लीटर पेट्रोल के लिए 85.78 रुपये प्रतिलीटर चुकाने पड़ रहे हैं। जबकि एक लीटर डीजल 73.36 रुपये में मिल रहा है। मुंबई में लोगों को दोनों ईंधन के लिए सबसे अधिक जेब ढीली करनी पड़ रही है।

देश के कई शहरों में पेट्रोल 85 रुपये प्रति लीटर के पार कर गया, वहीं डीज़ल की क़ीमत 75 रुपये प्रति लीटर के क़रीब पहुंच गई है। पेट्रोल-डीज़ल की बढ़ती क़ीमतों पर सरकार की ओर से अब तक सिर्फ़ आश्वासन मिला है। पेट्रोल-डीजल की लगातार बढ़ती कीमतों पर केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने कहा कि सरकार तुरंत इसका समाधान निकालने पर विचार कर रही है।

बता दें कि पेट्रोलियम पदार्थों की कीमत में हो रही बढ़ोतरी को लेकर विपक्ष मोदी सरकार पर निशाना साध रहा है। चुनावी वर्ष में यह भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के लिए चिंता का कारण बन सकता है। मोदी सरकार 26 मई को चार वर्ष का कार्यकाल पूरा करने जा रही है और उसके लिए सबसे बड़ी चिंता की वजह पेट्रोलियम पदार्थों की कीमतों में हो रही बढ़ोतरी है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई में राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) सरकार 26 मई 2014 को केंद्र में बनी थी। तब से लेकर अब तक डीजल के दाम में 18 प्रतिशत से अधिक की बढ़ोतरी हो चुकी है जबकि पेट्रोल की कीमत में आठ प्रतिशत का इजाफा हुआ है।

लोगों में आक्रोश

पेट्रोल और डीजल की कीमतों में हर रोज हो रही वृद्धि से लोगों में काफी नाराजगी है। बढ़ती कीमतों को लेकर बीजेपी की नरेंद्र मोदी सरकार की किरकिरी भी हो रही है। ‘जनता का रिपोर्टर’ के संवाददाता ने पेट्रोल और डीजल के दाम बढ़ने पर आम लोगों से बात की। लोगों का कहना है कि पेट्रोल और डीजल की कीमत हर रोज बढ़ रहे हैं। अगर ऐसा ही चलता रहा तो ऐसी हालत में हम कैसे जिएंगे।

लोगों का कहना है कि कांग्रेस के सरकार के दौरान कच्चे तेल के दाम काफी ज्यादा थे, फिर इतनी महंगाई नहीं थी। वहीं कांग्रेस के मुकाबले मोदी सरकार में कच्चे तेल के दाम कम होने के बावजूद तेल की कीमतें आसमान छू रही है। लोगों का कहना है कि वो वक्त दूर नहीं है जब पेट्रोल की कीमत 100 रुपए हो जाएगी। सरकार को जल्दी ही कीमतों को घटाना चाहिए। नहीं तो इसका असर आने वाले चुनावों में देखने को मिल सकता है।

देखें क्या है आम लोगों की प्रतिक्रिया?:-

पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों पर सुनिए लोगों की प्रतिक्रिया

पेट्रोल-डीजल की आसमान छूती कीमतों पर सुनिए लोगों की प्रतिक्रिया

Posted by जनता का रिपोर्टर on Tuesday, May 22, 2018

 

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