भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज पार्थिव पटेल ने 35 साल की उम्र में क्रिकेट के सभी प्रारूपों से संन्यास लेने का ऐलान कर दिया है। 2018 में टीम इंडिया के लिए आखिरी बार खेलने वाले पार्थिव पटेल अब क्रिकेट के किसी फॉर्म में खेलते हुए नज़र नहीं आएंगे। पार्थिव पटेल ने बुधवार को ट्विटर के जरिए क्रिकेट को अलिवदा कहने का ऐलान किया।
पटेल ने अपने पोस्ट में लिखा, ”मैं आज अपने 18 साल लंबे क्रिकेट करियर को अलविदा कह रहा हूं। बीसीसीआई ने मुझ पर भरोसा जताते हुए 17 साल की उम्र में ही टीम इंडिया के लिए खेलने का मौका दिया। बीसीसीआई ने जिस तरह से मेरा साथ दिया है उसके लिए मैं हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा।”
पार्थिव पटेल ने उन सभी कप्तानों को धन्यवाद कहा है जिनकी अगुवाई में वह टीम इंडिया के लिए खेले। सौरव गांगुली को खासतौर से शुक्रिया अदा करते हुए पार्थिव पटेल ने लिखा, ”दादा का मैं हमेशा शुक्रगुजार रहूंगा। एक कप्तान के तौर गांगुली ने हमेशा मेरा साथ दिया और उनके साथ खेलना मेरे लिए सौभाग्य की बात रही।”
— parthiv patel (@parthiv9) December 9, 2020
साल 2002 में इंग्लैंड दौरे पर महज 17 साल की उम्र में पार्थिव पटेल ने टीम इंडिया के लिए टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। इसके साथ ही वे सबसे कम उम्र में बतौर विकेटकीपर टेस्ट में डेब्यू करने वाले प्लेयर बने। 35 वर्षीय पटेल ने अपने 18 साल के करियर में भारत के लिए 25 टेस्ट, 38 वनडे इंटरनैशनल और दो टी-20 इंटरनैशनल मुकाबले खेले।
पटेल ने गुजरात के लिए पहला रणजी ट्रोफी मैच भारत के लिए डेब्यू करने के दो साल दो महीने बाद नवंबर 2004 में खेला। पटेल ने हालांकि वापसी की लेकिन वह टीम में जगह पक्की नहीं कर पाए क्योंकि एक और विकेटकीपर बल्लेबाज ऋद्धिमान साहा टेस्ट के लिए पहली पसंद बन गए।
हालांकि पटेल ने हार नहीं मानी और इंडियन प्रीमियर लीग और घरेलू क्रिकेट में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते रहे। 2015 में उन्होंने मुंबई इंडियंस के लिए 15 मैचों में 339 रन बनाए। इसके बाद इसी साल उन्होंने अपना पहला लिस्ट ए शतक लगाया और गुजरात को उसका विजय हजारे ट्रोफी जीतने में मदद की।