भारतीय जनता पार्टी (भाजाप) द्वारा पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह को यूपीए सरकार के दौरान चीनी अव्यवस्थाओं को लेकर निशाना बनाए जाने के बाद, कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी. चिदंबरम ने मंगलवार को भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा पर पलटवार किया।
file photoपूर्व केंद्रीय वित्त मंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता पी चिदंबरम ने ट्वीट की एक श्रृंखला में कहा, “भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह से 2010 और 2013 के बीच भारत में 600 चीनी घुसपैठ के बारे में बताने के लिए कहा। हां, वहां घुसपैठ हुई थी लेकिन चीन द्वारा किसी भी भारतीय क्षेत्र पर कब्जा नहीं किया गया था और हिंसक झड़पों में भारतीय सैनिकों की जान नहीं गई थी।”
पूर्व केंद्रीय गृह मंत्री ने एक अन्य ट्वीट में कहा, “क्या जेपी नड्डा मौजूदा पीएम से 2015 से 2,264 चीनी घुसपैठ के बारे में बताने के लिए कहेंगे? मुझे यकीन है कि वह यह सवाल पूछने की हिम्मत नहीं करेंगे।” बता दें कि, नड्डा द्वारा मंगलवार सुबह कांग्रेस के खिलाफ बयान दिए जाने के बाद उनकी यह टिप्पणी आई।
Will @JPNadda please ask the present PM to explain the 2264 Chinese incursions since 2015?
I bet he will not dare to ask that question.— P. Chidambaram (@PChidambaram_IN) June 23, 2020
नड्डा ने मंगलवार को एक ट्वीट में कहा, “सबसे पहले, कांग्रेस चीनी कम्युनिस्ट पार्टी के साथ समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर करती है। फिर, कांग्रेस चीन में आत्मसमर्पण करती है। डोकलाम मुद्दे के दौरान, राहुल गांधी गुप्त रूप से चीनी दूतावास जाते हैं। मुश्किल स्थितियों के दौरान राहुल गांधी देश को विभाजित करने और सशस्त्र बलों को विचलित करने का प्रयास करते हैं। एमओयू के प्रभाव?”
First, Congress signs MoU with Chinese Communist Party.
Then, Congress surrenders land to China.
During Doklam issue, Rahul Gandhi secretly goes to Chinese embassy.
During crucial situations, Rahul Gandhi tries to divide the nation & demoralise armed forces.
Effects of MoU? pic.twitter.com/Z3WJhpt4Ol
— Jagat Prakash Nadda (@JPNadda) June 23, 2020
मनमोहन सिंह ने सोमवार को एक बयान में प्रधानमंत्री पर तीखा हमला करते हुए कहा कि चीनी सैनिकों पर ‘भ्रामक प्रचार’ भारतीय सैनिकों द्वारा किए गए बलिदान के साथ ‘विश्वासघात’ होगा। एलएसी में यह न तो ‘कूटनीति’ का और न ही ‘निर्णायक नेतृत्व’ का विकल्प है। सिंह के बयान के बाद, नड्डा ने सशस्त्र बलों का अपमान करने के लिए कांग्रेस की खिंचाई की और 2019 में बालाकोट हवाई हमले और 2016 में उरी सर्जिकल स्ट्राइक पर सवाल उठाते हुए सशस्त्र बलों की वीरता की भी याद दिलाई।
नड्डा ने कहा था, “प्रिय डॉ. सिंह और कांग्रेस पार्टी, कृपया हमारी सेनाओं का बार-बार अपमान करना और उनकी वीरता पर सवाल उठाना बंद करें। आपने यह पोस्ट हवाई हमले और सर्जिकल स्ट्राइक के लिए किया है। कृपया राष्ट्रीय एकता के सही अर्थ को समझें, विशेष रूप से ऐसे समय में। सुधार के लिए कभी देर नहीं होती।” (इंपुट: आईएएनएस के साथ)