लोकसभा चुनाव: भगवान जगन्नाथ की मूर्ति के साथ चुनावी रैली करना बीजेपी उम्मीदवार संबित पात्रा को पड़ा महंगा, कांग्रेस ने चुनाव आयोग में दर्ज कराई शिकायत

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अपने विवादित बयानों की वजह से अक्सर ख़बरों में बने रहने वाले भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के राष्ट्रीय प्रवक्ता और पुरी लोकसभा सीट से पार्टी उम्मीदवार संबित पात्रा को भगवान जगन्नाथ की मूर्ति के साथ रैली करना महंगा पड़ गया है। रैली के दौरान अपनी गाड़ी में भगवान ‘जगन्नाथ’ की मूर्ति रखने का मंदिर के सेवकों और कांग्रेस ने विरोध किया है। वहीं, इस मामले को लेकर कांग्रेस ने राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी के समक्ष शिकायत दर्ज कराई कि संबित पात्रा ने भगवान जगन्नाथ का राजनीतिक लाभ के लिए इस्तेमाल किया और यह आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन है।

संबित पात्रा

बता दें कि लोकसभा चुनाव के लिए संबित पात्रा बीजेपी के उम्मीदवार हैं, उन्हें पार्टी ने लोकसभा सीट से टिकट दिया है। पहले कयास लगाए जा रहे थे कि खुद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पुरी लोकसभा सीट से चुनाव लड़ सकते हैं, लेकिन बाद में संबित पात्रा को यहां से पार्टी ने टिकट दिया है। ओडिशा में लोकसभा चुनाव के साथ विधानसभा चुनाव भी कराए जाने हैं, ऐसे में बीजेपी और बीजू जनता दल एक दूसरे के खिलाफ लगातार बयानबाजी कर रही हैं।

पात्रा ने पुरी लोकसभा क्षेत्र से अपना नाम फाइनल होने के बाद यहां रैली निकाली, जिस दौरान उनके हाथ में भगवान जगन्‍नाथ की मूर्ति देखी गई। पात्रा के नाम का ऐलान बीते शुक्रवार को किया गया था। पार्टी ने 36 उम्‍मीदवारों के नाम की घोषणा की थी, जिसमें पात्रा को पुरी से उम्‍मीदवार बनाने का ऐलान किया गया।

मंगलवार को कांग्रेस ने संबित पात्रा के खिलाफ चुनाव आयोग से शिकायत दर्ज करवाई और कहा कि संबित पात्रा ने सियासी फायदे के लिए रैली में भगवान जगन्नाथ का इस्तेमाल किया। कांग्रेस ने संबित पात्रा के खिलाफ ओडिशा के मुख्य चुनाव अधिकारी से शिकायत की है। पार्टी ने आरोप लगाया है कि संबित पात्रा ने आदर्श आचार संहित का उल्लंघन किया है। वहीं, मंदिर के वरिष्ठ सेवक रामचंद्र दशमोहापात्र ने कहा कि यह ओडिशा की संस्कृति के खिलाफ है।

एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक मुख्य चुनाव अधिकारी को दी गई शिकायत में कांग्रेस ने कहा, ‘एक चुनावी रैली में पात्रा ने हाथ में भगवान जगन्नाथ की मूर्ति पकड़ी हुई थी और वह उसे दिखा रहे थे। इसके बाद उसकी तस्वीरें सोशल मीडिया अकाउंट पर शेयर भी की गईं।’ प्रदेश कांग्रेस प्रवक्ता निशिकांत मिश्रा ने कहा, ‘चुनाव आयोग की ओर से कहा गया है कि किसी जाति, धर्म, पंथ और संस्कृति के आधार पर कोई चुनाव नहीं लड़ा जाएगा। संबित पात्रा की रैली और उसकी तस्वीरों में साफ चुनाव आचार संहिता का उल्लंघन दिखाई दे रहा है।’

रिपोर्ट के मुताबिक वहीं मंदिर सेवक दशमोहापात्र ने कहा, ‘चुनावी रैली के दौरान भगवान जगन्नाथ को वाहन में ले जाना संस्कृति और परंपरा के खिलाफ है।’ उन्होंने कहा वार्षिक रथ यात्रा महोत्सव के दौरान भगवान जगन्नाथ रथ की रथ यात्रा निकाली जाती है।’

वहीं पात्रा ने इन आरोपों का खंडन किया और कहा, ‘रैली के दौरान किसी ने मुझे मूर्ति गिफ्ट की थी, मैंने उसे लिया और उनका मान रखा। भगवान के प्रति आस्था दिखाने में कुछ गलत नहीं है। दूसरे क्या कह रहे हैं, मुझे इसकी चिंता नहीं है। इसे चुनाव के साथ न जोड़ें।’

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