इस साल चिकित्सा का नोबेल पुरस्कार हार्वे जे आल्टर, माइकल ह्यूफ्टन और चार्ल्स एम राइस को ‘हेपेटाइटिस सी वायरस’ की खोज के लिए दिया गया है। बता दें कि फिजियोलॉजी या मेडिसिन में/ शरीरक्रिया विज्ञान या चिकित्सा में नोबेल पुरस्कार जीवन विज्ञान और चिकित्सा के क्षेत्र में उत्कृष्ट खोज करने वाले वैज्ञानिकों या विज्ञान संस्थाओं को वार्षिक रूप से दिया जाता है। यह अवॉर्ड नोबेल फाउंडेशन द्वारा दिया जाता है। यह स्वीडन के वैज्ञानिक अल्फ्रेड बनार्ड नोबेल की याद में दिया जाता है।
इन वैज्ञानिकों की खोज के कारण इतिहास में पहली हेपेटाइटिस सी का इलाज संभव हो सका था। इन वैज्ञानिकों ने हेपेटाइटिस सी के मौजूदा मरीजो के लिए खून की जांच और नई दवाओं को संभव बनाया। इसकी वजह से लाखों लोगों की जान बचाई जा सकी। इससे पहले लाखों लोग बीमारी का पता चले बगैर ही इसके शिकार हो कर अपनी जान गंवा बैठे।
हार्वे आल्टर और चार्ल्स राइस अमेरिकी हैं जबकि माइल ह्यूफ्टन ब्रिटेन के है। साल 2020 के लिए चिकित्सा के नोबेल पुरस्कार के ऐलान के साथ ही नोबेल पुरस्कारों की घोषणा का सप्ताह शुरू हो गया है।
BREAKING NEWS:
The 2020 #NobelPrize in Physiology or Medicine has been awarded jointly to Harvey J. Alter, Michael Houghton and Charles M. Rice “for the discovery of Hepatitis C virus.” pic.twitter.com/MDHPmbiFmS— The Nobel Prize (@NobelPrize) October 5, 2020