‘कोरोना की दूसरी लहर में ऑक्सीजन की कमी से कोई मौत नहीं हुई’: मोदी सरकार के बयान पर विपक्ष ने किया हमला; लाएंगे विशेषाधिकार हनन प्रस्ताव

0

कांग्रेस ने मंगलवार को स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार पर यह ”गलत सूचना” देकर संसद को गुमराह करने का आरोप लगाया कि कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की मौत नहीं हुई। कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल ने कहा कि वह मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन नोटिस लाएंगे क्योंकि उन्होंने सदन को ‘गुमराह’ किया है।

File Photo

दरअसल, स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार ने मंगलवार को राज्यसभा में बताया कि कोविड-19 महामारी की दूसरी लहर के दौरान विशेष रूप से राज्यों और केन्द्र शासित प्रदेशों ने ऑक्सीजन की कमी के कारण किसी की भी मौत की जानकारी नहीं दी। उन्होंने वेणुगोपाल के एक प्रश्न के लिखित उत्तर में यह जानकारी दी।

उन्होंने यह भी बताया, ‘‘बहरहाल, कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की मांग अप्रत्याशित रूप से बढ़ गई थी । महामारी की पहली लहर के दौरान, इस जीवन रक्षक गैस की मांग 3095 मीट्रिक टन थी जो दूसरी लहर के दौरान बढ़ कर करीब 9000 मीट्रिक टन हो गई।’’

उनसे पूछा गया था कि क्या दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन न मिल पाने की वजह से बड़ी संख्या में लोगों की जान गई है। पवार ने बताया कि स्वास्थ्य राज्य का विषय है और राज्य तथा केंद्र शासित प्रदेश कोविड के मामलों और मौत की संख्या के बारे में केंद्र को नियमित सूचना देते हैं। उन्होंने बताया ‘‘केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को कोविड से मौत की सूचना देने के लिए विस्तृत दिशा-निर्देश जारी किए हैं।’’

उन्होंने कहा ‘‘इसके अनुसार, सभी राज्य और केंद्र शासित प्रदेश नियमित रूप से केंद्र सरकार को कोविड के मामले और इसकी वजह से हुई मौत की संख्या के बारे में सूचना देते हैं। बहरहाल, किसी भी राज्य या केंद्र शासित प्रदेश ने ऑक्सीजन के अभाव में किसी की भी जान जाने की खबर नहीं दी है।’’

वेणुगोपाल ने कहा कि सभी ने देखा है कि राष्ट्रीय राजधानी सहित कई राज्यों में ऑक्सीजन की कमी के कारण कैसे लोगों की मौत हुई। उन्होंने संवाददाताओं से कहा, ”दरअसल, मंत्री ने सदन को गुमराह किया और मैं निश्चित रूप से मंत्री के खिलाफ विशेषाधिकार हनन का प्रस्ताव पेश करूंगा क्योंकि मंत्री ने गलत जानकारी देकर सदन को गुमराह किया।”

सरकार पर कटाक्ष करते हुए कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष और सांसद राहुल गांधी ने कहा कि सरकार में ”संवेदनशीलता और सच्चाई की भारी कमी” है। उन्होंने ट्वीट किया, ”सिर्फ़ ऑक्सीजन की ही कमी नहीं थी। संवेदनशीलता व सत्य की भारी कमी तब भी थी, आज भी है।” (इंपुट: भाषा के साथ)

Previous articlePayal Kapadia, hounded by Gajendra Chauhan-led FTII for staging protests in 2015, wins best documentary award at Cannes; Resul Pookutty shares moving anecdote
Next articleपेगासस की सूची में JNU के पूर्व छात्र उमर खालिद, अंबेडकरवादी कार्यकर्ता अशोक भारती समेत कई कार्यकर्ताओं के फोन नंबर भी शामिल: रिपोर्ट