गुजरात दंगों पर अर्नब गोस्वामी के दावे को ‘फेंकूगिरी’ बताने के एक दिन बाद ही अर्नब का वह वीडियो अचानक ही यूट्यूब से हटा दिया गया है।
इंडिया टुडे टीवी के बतौर कंसल्टिंग एडिटर राजदीप सरदेसाई ने अपने पूर्व सहयोगी अर्नब गोस्वामी से उनके झूठ का खुलासा करते हुए पुछा है कि वह पत्रकारिता कब छोड़ रहे है। उन्होंने अपने ट्वीट्स की एक श्रृंखला में लिखा, अब मैं एक साधारण सा प्रश्न पूछना चाहता हूं, राष्ट्र जानना चाहता है कि अर्नब इस्तीफा कब दे रहे है और पत्रकारिता कब छोड़ रहे है, जबकि उनके झूठी कहानी से पर्दा उठ गया है।
I now ask a simple direct question: nation wants to know if Arnab will resign and quit journalism if his story turns out to be false?
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) September 20, 2017
सरदेसाई ने कहा कि गुजरात दंगों की कवरेज के दौरान उनके साथ रहे उनके कैमरा पर्सन जल्द ही कैमरे पर सच बोलेंगे। उन्होंने लिखा, पहले उन्होंने झूठ बोला फिर उसे ढकने के लिए और अधिक झूठ बोला। हमले की घटना के समय कार मेे मेरे साथ रहे कैमरा पर्सन रुपेन पहवा सबको इस सच को बताने आ रहे है।
First lie, now cover up with more lies. Rupen Pahwa, cameraperson in car when we were attacked, coming on cam to tell all! Watch this space! https://t.co/K1VqgEmxMV
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) September 20, 2017
सरदेसाई ने इस बारें में आगे कहा कि यदी कोई व्यक्ति बचान न करने योग्य तरीके का चुनाव करता है तो मेरे पास कोई विकल्प नहीं बचता कि इस बेशर्म झूठ से पर्दा उठाया जाए।
If someone chooses to defend the indefensible, leaves me with no choice but not to end this but expose the brazen lies till formal apology.
— Rajdeep Sardesai (@sardesairajdeep) September 20, 2017
मंगलवार को, वरिष्ठ पत्रकार, राजदीप सरदेसाई ने पूर्व पत्रकार अर्नब गोस्वामी की 2002 के गुजरात नरसंहार की कवरेज के दावों को ‘फेंकूगिरी’ बताते हुए कहा था कि उनके दावों में कोई सच्चाई नहीं है।
गोस्वामी का एक पुराना वीडियो पोस्ट करते हुए कहा कि उन्होंने 2002 में NDTV के लिए गुजरात के दंगों को कवर करते समय कथित तौर पर परेशानियों को देखा था। जबकि उनके इस दावे को खारिज करते हुए सरदेसाई ने लिखा, ‘फेंकूगिरी’ की सीमाएं होती है लेकिन ऐसा देखते हुए मुझे अपने पेशे के लिए खेद है।