पंजाब की नाभा जेल से फरार खतरनाक आंतकवादी मामले में पंजाब सरकार ने लापरवाही के चलते डीजी जेल को निलंबित व नाभा जेल के अधीक्षक और उपाधीक्षक को बर्खास्त किया कर दिया है।
आज सुबह पुलिस की वर्दी पहने हुए 10 हथियारबंद लोगों के एक दल ने पंजाब की नाभा जेल पर हमला बोलते हुए वहां बंद ‘खालिस्तान लिबरेशन फोर्स’ के चीफ हरमिंदर सिंह मिंटो और उनके चार साथियों को जेल से भगाकर ले जाने में कामयाब हो गए थे। इन हथियारबंद लोगों ने हमले में लगभग 100 राउंड फायर किए।
हथियारबंद लोग दो गाड़ियों में बैठकर जेल पहुंचे थे। सबसे पहले उन्होंने गार्ड पर चाकू से हमला किया और फिर जेल के अंदर घुस गए थे। खालिस्तान लिबरेशन फोर्स के चीफ हरमिंदर सिंह मिंटा के अलावा गुरप्रीत सिंह, विक्की सिंह गंडोरा, नितिन देओल और विक्रमजीत सिंह विक्की भी जेल से भाग निकले थे।
जनसत्ता की खबर के अनुसार, घटना के बाद डीजीपी सुरेश अरोड़ा ने डिप्टी सीएम सुखबीर बादल को मामले की पूरी जानकारी दी। वहीं घटना को लेकर डिप्टी सीएम सुखबीर बादल ने बड़ा बयान दिया है। उन्होंने कहा कि कैदियों का फरार हो जाना बड़ी घटना है।
सभी को जल्दी ही काबू कर लिया जाएगा और आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उप मुख्यमंत्री सुखबीर सिंह बादल ने कहा- डीजी जेल को निलंबित किया गया और नाभा जेल के अधीक्षक और उपाधीक्षक को बर्खास्त किया गया।
मामले की तह तक पहुंचने के लिए एक टास्क फोर्स का भी गठन किया गया है। बताया जा रहा है कि फरार कैदी हरियाणा की तरफ बढ़ रहे हैं। इसके चलते चंडीगढ़ पुलिस और हरियाणा पुलिस को अलर्ट कर दिया गया है।