बॉलीवुड के मशहूर अभिनेता शाहरूख खान के बेटे आर्यन खान की गिरफ्तारी से जुड़े मामले की जांच कर रहे नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) के क्षेत्रीय निदेशक समीर वानखेड़े की मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं। इस बीच, एक महिला वकील ने सोमवार को मुंबई पुलिस से संपर्क किया और समीर वानखेड़े और पांच अन्य के खिलाफ क्रूज पर मादक पदार्थ मामले में कथित रूप से जबरन वसूली के आरोप में प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया।
अधिकारी के अनुसार, वकील सुधा द्विवेदी ने लिखित शिकायत एमआरए मार्ग पुलिस थाने और संयुक्त पुलिस आयुक्त (अपराध) मिलिंद भारंभे और राज्य भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के कार्यालयों में भी दी है। द्विवेदी ने शिकायत में वानखेड़े तथा प्रभाकर सेल एवं केपी गोसावी सहित पांच अन्य के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने का अनुरोध किया है।
वहीं, इस मामले को लेकर एक अन्य अधिकारी ने कहा, ‘‘हमें शिकायत मिली है, लेकिन अब तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।’’
बता दें कि, क्रूज ड्रग्स केस के एक गवाह प्रभाकर सेल ने एनसीबी के अधिकारी समेत चार लोगों पर अभिनेता शाहरुख खान से जबरन वसूली के प्रयास करने का आरोप लगाया है, जिसके बाद मामला गर्मा गया है। एनसीबी मुख्यालय ने भ्रष्टाचार के लगे आरोपों को लेकर विजिलेंस जांच के आदेश दिए हैं।
उल्लेखनीय है कि, आर्यन खान की गिरफ्तारी से जुड़े मामले में NCB के एक स्वतंत्र गवाह प्रभाकर सेल ने मीडिया को दिए एक बयान में दावा किया था कि एनसीबी के एक अधिकारी और फरार गवाह गोसावी सहित अन्य व्यक्तियों द्वारा आर्यन खान को मादक पदार्थ मामले में छोड़ने के लिए 25 करोड़ रुपये की मांग की गई थी। लेकिन, 18 करोड़ रुपये की डील तय हो गई थी।
आरोप लगाने वाला प्रभाकर खुद को केपी गोसावी का बॉडीगार्ड बता रहा है। बता दें कि, केपी गोसावी वही शख्स है जिसकी तस्वीर आर्यन खान के साथ एक सेल्फी सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुई थी।
गौरतलब है कि, समीर वानखेड़े के खिलाफ इस वक्त महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने भी मोर्चा खोला हुआ है और उन्होंने भी वानखेड़े पर भ्रष्टाचार और धर्मपरिवर्तन जैसे संगीन आरोप लगाए हैं। हालांकि वानखेड़े ने सारे आरोपों से इंकार किया है और कहा है कि उन्हें जानबूझकर बदनाम किया जा रहा है। वो आज दिल्ली में हैं।