संयुक्त राष्ट्र महासभा के 72वें सत्र को संबोधित करते हुए विदेश मंत्री सुषमा स्वराज ने शनिवार(23 सितंबर) को कहा था कि आजादी के बाद पिछले 70 वर्षों में कई पार्टियों की सरकारें रही हैं और हमने लोकतंत्र को बनाए रखा और प्रगति की है लेकिन सुषमा स्वराज के भाषण में पिछले 70 सालों की प्रगति को RSS प्रमुख मोहन भागवत ने खारिज कर दिया है।
राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) प्रमुख मोहन भागवत ने नागपुर मुख्यालय में विजयदशमी कार्यक्रम के दौरान अपने भाषण में कहा कि हमें आजाद हुए 70 साल हो गए हैं, लेकिन पहली बार दुनिया को लग रहा है कि भारत थोड़ा-थोड़ा उठ रहा है। नागपुर मुख्यालय में शस्त्र पूजन के बाद उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए भागवत ने मोदी सरकार की खूब तारीफ की।
संयुक्त राष्ट्र महासभा में अपने संबोधन में सुषमा ने कहा कि भारत ने आईआईटी, एम्स, आईआईएम बनाए, डॉक्टर, इंजीनियर और वैज्ञानिक बनाए है। विदेश मंत्री ने कहा कि हमने वैज्ञानिक और तकनीकी संस्थान स्थापित किए जिन पर दुनिया को गर्व है।
हालांकि, शनिवार को, नागपुर में समूह के मुख्यालय में वार्षिक विजया दशमी भाषण देने के दौरान, भागवत ने यूएनजीए में अपने भाषण के दौरान सुषमा स्वराज ने जो कुछ कहा था उसे सब नकार दिया। सोशल मीडिया पर मोहन भागवत द्वारा पहली बार आजादी महसूस करने को लेकर विभिन्न तरह की प्रतिक्रियाएं सामने आई।
RSS मोहन भागवत का दशहरे पर बयान, क़ानून पुराने होगये उन्हें बदल दें,यह संविधान बदलने की साज़िश है! लेकिन हम इस साज़िश को नाक़ाम कर देंगे।
— Shyamlal Jokchand (@ShyamJokchand) September 30, 2017
ज्यादातर न्यूज़ चैनल्स पर(या सभी पर मुझे नही पता ठीक से)
RSS प्रमुख मोहन भागवत के भाषण का सीधा प्रसारण किया जाएगाऐसा पहले भी होता था??
— VIVEK SHARMA (@VIVEK01SHARMA) September 30, 2017