2 विधायक सहित 50 से अधिक पार्षदों का BJP में जाना ‘मामूली बात’: TMC

0

तृणमूल कांग्रेस ने मंगलवार को अपने दो विधायकों और 60 पार्षदों के बीजेपी में शामिल होने को ‘मामूली संकट’ बताया और कहा कि पार्टी 2021 के विधानसभा चुनाव में जोरदार वापसी करेगी। बता दें कि लोकसभा चुनाव में झटका मिलने के बाद पश्चिम बंगाल की सत्तारूढ़ टीएमसी के लिए इससे बुरी खबर और क्या हो सकती है कि उसके दो और सीपीएम के एक विधायक मंगलवार को भारतीय जनता पार्टी में शामिल हो गए।

Photo: The Financial Express/PTI

पश्चिम बंगाल के बीजपुर से तृणमूल कांग्रेस के विधायक शुभ्रांशु राय और विष्णुपुर से तुषारकांति भट्टाचार्य तथा हेमताबाद से मार्क्‍सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के विधायक देवेन्द्र नाथ राय ने दिल्ली स्थित भाजपा मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। इसके अलावा तृणमूल कांग्रेस के कई पार्षदों ने भी भाजपा में शामिल हो गए। शुभ्राशु राय मुकुल राय के पुत्र हैं जो तृणमूल छोड़कर पहले ही भाजपा में शामिल हो गए थे।

दिल्ली में बीजेपी नेता कैलाश विजयवर्गीय की मौजूदगी में तीन विधायक बीजेपी में शामिल हुए। इस मौके पर विजयवर्गीय ने कहा कि तृणमूल के अभी और कई नेता बीजेपी में शामिल होंगे। वहीं, बंगाल के शहरी विकास मंत्री और कोलकाता के महापौर फिरहाद हाकिम ने कहा, ‘जब जहाज किसी तूफान से टकराता है तो सबसे पहले चूहे समुद्र में छलांग लगा देते हैं, बिना यह जाने कि उनका हश्र क्या होगा। यही इस समय हो रहा है। हमारा निश्चित मानना है कि जो लोग शामिल (बीजेपी में) हो रहे हैं, उन्हें इसके लिए बाध्य किया गया है।’

पश्चिम बंगाल के संसदीय कार्य राज्य मंत्री तपस रॉय ने नेताओं के पार्टी छोड़ने को ‘मामूली संकट’ बताया। उन्होंने कहा, ‘लोकसभा में मत लोगों से जुड़े किसी मुद्दे पर नहीं पड़े। ध्रुवीकरण और चौकीदार मुद्दे थे। यह हमारी पार्टी के लिए मामूली संकट है। पार्टी इससे बड़े संकट पहले देख चुकी है। पार्टी जोरदार वापसी करेगी।’

तीन विधायकों के अलावा 60 पार्षदों के पाला बदलने से अब कांचरापाड़ा नगरपालिका, हालीसहर नगरपालिका और उत्तर 24 परगना जिले की नैहाटी नगरपालिका पर बीजेपी का शासन है। तृणमूल के उत्तर 24 परगना के जिला अध्यक्ष और मंत्री ज्योतिप्रियो मलिक ने कहा कि पार्टी 2021 के विधानसभा चुनाव में जोरदार वापसी करेगी।

लोकसभा चुनाव में राज्य में भाजपा को मिली भारी जीत से राजनीति दलों में अफरा तफरी मची हुई है।तृणमूल कांग्रेस में सेंध लगाने में मुकुल राय की भूमिका मानी जा रही है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि पश्चिम बंगाल में भाजपा के शानदार प्रदर्शन में मुकुल राय प्रमुख शिल्पकारों में रहे हैं।

लोकसभा चुनाव प्रचार के दौरान, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, शाह और अन्य भाजपा नेताओं ने दावा किया था कि आम चुनाव खत्म होते ही तृणमूल के लगभग 100 विधायक भाजपा में शामिल हो सकते हैं। मोदी ने यहां तक कहा था कि तृणमूल के 40 विधायक उनके संपर्क में हैं। भाजपा ने लोकसभा चुनाव में 18 सीटें जीती जबकि तृणमूल कांग्रेस की सीटों की संख्या घटकर 22 पर आ गई। जबकि 2014 में 34 सीटें हासिल करने वाली तृणमूल इस बार 22 सीटों पर सिमट गई।

Previous articleDisha Patani drops bombshell, says ‘she may never work with Salman Khan again’
Next articleजानिए क्यों, ‘भारत’ के बाद सलमान खान के साथ फिर कभी कान नहीं कर पाएंगी दिशा पाटनी, खुद बताई वजह