महाराष्ट्र के राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को राज्य में सरकार बनाने का न्योता दिया है। राज्यपाल ने भाजपा को सरकार बनाने की अपनी इच्छा और क्षमता जाहिर करने को कहा। लेकिन बिना शिवसेना के 105 विधायकों के साथ खड़ी भाजपा के लिए बहुमत के लिए जरूरी 145 का आंकड़ा जुटा पाना मुश्किल हैं। वहीं, शिवसेना नेता संजय राउत ने बड़ा बयान देते हुए कहा कि उनकी कांग्रेस से कोई दुश्मनी नहीं है, कुछ मुद्दों पर सभी दलों के बीच मतभेद होते हैं। इसके तुरंत बाद ही कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा के एक ट्वीट ने राज्य में सियासी हलचल बढ़ा दी है।

कांग्रेस नेता मिलिंद देवड़ा ने रविवार (10 नवंबर) को कहा है कि महाराष्ट्र के राज्यपाल को राज्य के दूसरे सबसे बड़े गठबंधन को सरकार बनाने के लिए बुलाना चाहिए क्योंकि बीजेपी-शिवसेना गठबंधन ने ऐसा करने से मना कर दिया है।
मिलिंद देवड़ा ने अपने ट्वीट में कहा, ‘महाराष्ट्र के राज्यपाल को अब एनसीपी-कांग्रेस (दूसरे सबसे बड़े गठंबधन) को सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करना चाहिए, क्योंकि बीजेपी-शिवसेना ने ऐसा करने से इनकार कर दिया है।’ उधर, शिवसेना ये कह रही है कि अगर राज्य में कोई सरकार बनाने को तैयार नहीं है तो शिवसेना इसकी जिम्मेदारी ले सकती है।
Maharashtra’s Governor should invite NCP-Congress – the second largest alliance – to form the government now that BJP-Shivsena have refused to do so
— Milind Deora मिलिंद देवरा (@milinddeora) November 10, 2019
समाचार एजेंसी ANI के मुताबिक संजय राउत ने कहा है कि, “अगर कोई सरकार बनाने को तैयार नहीं है तो शिवसेना यह जिम्मेदारी ले सकती है।” संयज राउत ने यह भी कहा कि, “कांग्रेस राज्य की दुश्मन नहीं है। सभी दलों में कुछ मुद्दों पर मतभेद हैं।”
संजय राउत के इस बयान से अटकलें फिर तेज हो गई हैं। संजय राउत के इस बयान के कई मतलब निकाले जा रहे हैं। सवाल यह कि क्या शिवसेना को दूसरे दलों का समर्थन मिल चुका है।
Shiv Sena leader Sanjay Raut: Congress is not the enemy of the State. All parties have differences on some issues. https://t.co/ckIfQzI4TP
— ANI (@ANI) November 10, 2019
गौरतलब है कि, महाराष्ट्र में 24 अक्टूबर को चुनाव नतीजे आ गए थे, लेकिन 15 दिन बीत जाने के बाद भी न तो किसी पार्टी या पार्टियों के गठबंधन ने सरकार बनाने का दावा किया है। इस गतिरोध ते चलते राज्यपाल ने खुद ही सरकार बनने की संभावनाओं को तलाशने की कोशिश की, जिसके बाद शनिवार को राज्यपाल ने सबसे बड़ी पार्टी, भाजपा को सरकार बनाने का न्यौता दिया है।
बता दें कि, हालिया चुनाव में किसी भी दल को बहुमत नहीं मिल पाया है। महाराष्ट्र में 288 सदस्यीय विधानसभा के लिए हाल में हुए चुनाव में भाजपा ने 105 सीटों पर जीत हासिल की थी जबकि शिवसेना के खाते में 56 सीटें आई हैं। राकांपा ने 54 सीटें जीतीं और कांग्रेस के खाते में 44 सीटें आई हैं।