स्कूली किताबों में इतिहास की गलत जानकारी या धार्मिक विशेष पर गलत पाठ्यक्रम के कारण भारत के कई प्रकाशनों को अपनी पुस्तकें स्कूलों से हटानी पड़ी और कोर्स को बदलना पड़ा है अब इसी तरह का मामले की शिकायत अमेरिकी स्कूलों से आ रहा है जहां पर हिन्दुत्व की नकारात्मक छवि को प्रस्तुत करने का आरोप लगा है।
File Photoकैलिफोर्निया में स्कूली किताबों में भारत और हिंदुत्व की नकारात्मक छवि पेश करने पर भारतीय अमेरिकियों ने गंभीर ऐतराज जताया है, जिसके बाद प्राधिकार ने किताबों में सुधार का सुझाव दिया है।
अमेरिका के एक हिंदू संगठन ने यह जानकारी दी है। भारतीय अमेरिकी समुदाय स्कूल की किताबों से हिंदुत्व पर कुछ त्रुटियों और मिथकों को हटवाने के लिए लंबे वक्त से संघर्ष कर रहा है। वहीं कैलिफोर्निया राज्य का कहना है कि स्कूल की किताबें शिक्षा विभाग द्वारा तैयार किए गए मसौदे पर आधारित हैं।
भाषा की खबर के अनुसार, मामला तब सामने आया जब हिंदू अमेरिकियों, एलजीबीटी और अफ्रीकन अमेरिकन समुदायों ने स्कूली किताबों में उनके समुदाय के बारे में ‘‘पक्षपाती और अनुचित चित्रण’’ करने पर एतराज जताया था।
इस संगठनों ने इंस्ट्रक्शनल क्वॉलिटी कमीशन (आईक्यूसी) के समक्ष इस सप्ताह एक सुनवाई के दौरान अपना विरोध दर्ज कराया। इस संगठन पर टेक्स्ट बुक स्वीकृति प्रक्रिया आयोजित करने का जिम्मा है।
किताबों से एकपक्षीय और त्रुटिपूर्ण कंटेंट हटाने की मांग करने के लिए आठ हजार लोगों की हस्ताक्षर वाली एक याचिका विभाग के समक्ष दाखिल की गई है। आईक्यूसी अपने सुझावों को नवंबर में स्टेट बोर्ड आॅफ एजुकेशन के पास भेजेगा।