राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से कुछ ही दिन पहले अरुणाचल प्रदेश में सत्तारूढ़ भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) को जोर का झटका लगा। क्योंकि, दो मंत्रियों और 6 विधायकों सहित 27 वरिष्ठ नेताओं ने पिछले एक सप्ताह में कॉनराड संगमा की नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) में शामिल होने के लिए बीजेपी का साथ छोड़ दिया है। बता दें कि एनपीपी बीजेपी की सहयोगी है, लेकिन उसने अकेले चुनाव लड़ने का फैसला किया है।
बीजेपी छोड़ने वालों में अरुणाचल प्रदेश के गृह मंत्री कुमार वाई और राज्य के पर्यटन मंत्री जारकर गैमलिन हैं। समाचार एजेंसी पीटीआई के अनुसार, कुमार वाई ने कहा कि ‘झूठे वादों’ के बाद बीजेपी ने लोगों की आंखों में अपनी पुरानी चमक खो दी है। हम सिर्फ चुनाव ही नहीं लड़ेंगे बल्कि राज्य में एनपीपी की सरकार भी बनाएंगे। राज्य में 11 अप्रैल को लोकसभा के साथ विधानसभा चुनाव भी हो रहे हैं।
बीजेपी के आठ विधायकों के अलावा, भगवा पार्टी के 19 वरिष्ठ पदाधिकारी भी नेशनल पीपुल्स पार्टी (एनपीपी) में शामिल हो गए हैं। राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव में बीजेपी द्वारा पार्टी के राज्य महासचिव जारपुम गामलिन, कुमार वाई, जारकर गामलिन और कई विधायकों को टिकट नहीं देने के बाद बड़े पैमाने पर पार्टी छोड़ने का यह कदम सामने आया है।
एनडीटीवी की रिपोर्ट के मुताबिक एनपीपी नेता थॉमस संगमा ने कहा कि, “एनपीपी अब 60 सदस्यीय विधानसभा में कम से कम 30-40 सीटों पर उम्मीदवार उतारने की कोशिश करेगी। अगर हम सीटों पर जीते तो हम अपनी सरकार बनाएंगे।” राज्य की 60 विधानसभा सीटों में से 54 पर बीजेपी ने पहले ही अपने उम्मीदवार खड़े कर दिए हैं।