हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर शनिवार (13 जनवरी) को पंचकूला में ‘कनेक्ट टू सीएम’ कार्यक्रम के दौरान छात्रों के तीखे सवालों पर अपना आपा खो दिए और युवाओं पर प्रोग्राम में खलल डालने का आरोप लगाते हुए उनपर भड़क गए। जिसके बाद नाराज छात्रों ने मुख्यमंत्री खट्टर के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। छात्र संघ एनएसयूआइ ने इस कार्यक्रम का जमकर विरोध किया। छात्र युवाओं को 9000 रुपये बेरोजगारी भत्ता नहीं देने के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे थे। इसके बाद पुलिस उन्हें घसीटते ले गई और हिरासत में ले लिया। एनएसयूआइ के प्रदेश अध्यक्ष दिव्यांशु बुद्धिराजा ने सीएम के सीधा संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। उन्होंने आरोप लगाया कि वह मुख्यमंत्री से मिल कर अपनी बात रखने आए थे, पर उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने नहीं दिया गया।
वीडियो में दिख रहा है कि मुख्यमंत्री खट्टर छात्रों से बात कर रहे हैं। वहीं एक छात्र उनसे कहता हुआ सुनाई दे रहा है कि सर मुझे आप बस 60 सेकंड का समय दें और मेरे सवालों को जवाब दे दीजिए। वहीं सीएम खट्टर कह रहे हैं आप लोग इस कार्यक्रम में खलल डालने के लिए आए हो।
छात्रों और मुख्यमंत्री के बीच करीब एक मिनट तक तीखी बहस हुई, जिसके बाद खट्टर वहां से जाते हुए दिखाई दे रहे हैं। लेकिन जब वह जा रहे हैं तभी छात्रों का एक ग्रुप मुख्यमंत्री से पूछ रहा है कि सर बेरोजगारी भत्ता कब मिलेगा… 9000 कब देंगे…वीडियो में युवा आरोप लगा रहे हैं मुख्यमंत्री जी जब पंचकूल जल रहा था तब आप कहां थे?
प्रदर्शन कर रहे छात्रों ने कहा कि, मुख्यमंत्री से उनके तीन सवाल है पहला सवाल 25 अगस्त को जो पंचकूला जला था उस समय प्रसाशन कहा था। दूसरा सवाल यहा कि बेरोजगार भत्ता सरकार की तरफ से नहीं दिया गया। तीसरा भाजपा के खुद के नेता और सांसद समाज को बाटने का काम कर रहे है।
वहीं इस पूरे प्रकरण के बाद सीएम मनोहर लाल खट्टर ने कहा कि, ”ये जो कुछ भी हुआ वो सिर्फ राजनैतिक भाव से किया गया था। हंगामा करने वाले लोगों का मकसद कार्यक्रम को खराब करना था। अगर किसी को कुछ कहना था, तो उन्हें शांति से बात करनी थी।” उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम में युवाओं की तरफ से कई सुझाव आए हैं, जिन पर वह सोच विचार करेंगे।
पंचकूला में 'मुख्यमंत्री से मिलिए' प्रोग्राम के दौरान छात्रों के सवालों परे मनोहरलाल खट्टर अपना आपा खो बैठे
Posted by जनता का रिपोर्टर on Saturday, 13 January 2018