चुनाव आयोग ने बुधवार (12 अप्रैल) को राजनीतिक दलों और विशेषज्ञों को खुली चुनौती देते हुए कहा कि आइए एवं ईवीएम हैक कीजिए और दिखाइए कि इन मशीनों से छेड़छाड़ की जा सकती है। जिसके बाद दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने चुनाव आयोग पर तंज कसा है।
उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक ट्वीट में कहा, ‘ये ‘खुला चैलेंज’ खुले में आने की बजाय ‘लीक’ होकर मीडिया में क्यों आ रहा है? अभी तक चुनाव आयोग की ओर से न कोई चिट्ठी पत्री है ना प्रेस रिलीज!’ आखिर मीडिया में सूत्रों के हवाले से खबरें क्यों आ रही हैं, क्यों नहीं चुनाव आयोग कोई प्रेस नोट जारी करता है।
ये 'खुला चैलेंज' खुले में आने की बजाय 'लीक' होकर मीडिया में क्यों आ रहा है? अभी तक चुनाव आयोग की ओर से न कोई चिट्ठी पत्री है ना प्रेस रिलीज! https://t.co/X2bmUNmpBH
— Manish Sisodia (@msisodia) April 13, 2017
साथ ही उन्होेंने कहा कि, जब चुनाव आयोग के मार्फत मीडिया में यह खबरें आ रही हैं कि चुनाव आयोग अपनी ईवीएम मशीन को टेस्ट करवाने के लिए तैयार है तब वह सार्वजनिक तौर पर इसे क्यों नही जाहिर कर रहा है।
बता दें कि इस पहले बुधवार (12 मार्च) को उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने एक खबर के साथ ट्वीट कर कहा था कि, सब कुछ हो सकता है, बस ईवीएम हैक नहीं हो सकती!!! इसे कुदरत का वरदान प्राप्त है!
सब कुछ हो सकता है, बस ईवीएम हैक नहीं हो सकती!!! इसे कुदरत का वरदान प्राप्त है! https://t.co/vMgTJGKoxQ
— Manish Sisodia (@msisodia) April 12, 2017
बता दें कि, इससे पहले केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा था कि खराब मशीनें केवल बीजेपी के ही पक्ष में वोट दिखाती हैं, वह खराब नहीं है इनका सॉफ्टवेयर बदल दिया गया है। चुनाव आयोग को उन्होंने चुनौती पेश करते हुए कहा कि चुनाव आयोग ऐसी खराब की गई मशीन को हमे सौंपे हम साबित करेंगे कि छेड़छाड़ी की गई है।
Why defectiv EVMs voting only BJP? They not "defective". Their software changed. Let EC give us one of these EVM, we'll prove they r tamperd https://t.co/BOzfKcMwTZ
— Arvind Kejriwal (@ArvindKejriwal) April 9, 2017
गौरतलब है कि उत्तरप्रदेश विधानसभा के चुनाव में भाजपा की भारी जीत के बाद बहुजन समाज पार्टी की प्रमुख मायावती ने ईवीएम में गड़बड़ी को लेकर सवाल खड़े किए थे और इसके बाद से ही केजरीवाल और कई अन्य विपक्षी दल भी ईवीएम के साथ छेड़छाड़ का आरोप लगा रहे हैं।