“योगी आदित्यनाथ पर FIR कब दर्ज होगी”: वायरल वीडियो में ANI प्रतिनिधि को गाली देने वाला वीडियो शेयर कर महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक ने यूपी के सीएम पर साधा निशाना

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राष्‍ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रवक्ता व महाराष्‍ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का एक पुराना वीडियो शेयर कर पूछा कि भाजपा नेता के खिलाफ कब केस दर्ज किया जाएंगा। मलिक ने जिस वीडियो को शेयर किया है, उसमें सीएम योगी सामचार एजेंसी ANI के प्रतिनिधि को ‘चूतिया कहीं के’ कह कर संबोधित कर रहे हैं।

योगी आदित्यनाथ के पुराने वीडियो की एक छोटी क्लिप को साझा करते हुए नवाब मलिक ने सोमवार को अपने ट्वीट में लिखा, “जिस भाषा को लेकर संजय राउत जी पर FIR दर्ज हुआ उस भाषा के प्रयोग पर योगी जी पे FIR कब दर्ज होगा। एक देश दो कानून।”

शिवसेना के वरिष्ठ नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने एक टीवी साक्षात्कार में कथित तौर पर भाजपा कार्यकर्ताओं को संदर्भित करने के लिए ‘चूतिया’ शब्द का इस्तेमाल किया था। जिसके बाद भाजपा की एक नेता ने उनके खिलाफ दिल्ली पुलिस में मामला दर्ज करवाया। पुलिस अधिकारी के मुताबिक, भाजपा की राष्ट्रीय महासचिव दीप्ति रावत भारद्वाज द्वारा 9 दिसंबर को मंडावली थाने में दर्ज कराई गई शिकायत के आधार पर प्राथमिकी दर्ज की गई है।

दिल्ली पुलिस ने भाजपा नेता की शिकायत के आधार पर संजय राउत के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धाराओं 500 (मानहानि की सजा) और 509 (किसी महिला की मर्यादा को ठेस पहुंचाने के इरादे से शब्द, हावभाव का इस्तेमाल करना या ऐसा कृत्य करना) के तहत प्राथमिकी दर्ज किया है।

अपने खिलाफ दर्ज की जा रही प्राथमिकी पर प्रतिक्रिया देते हुए राउत ने कहा कि मेरे खिलाफ जो एफआईआर राजनीतिक कारणों से रजिस्टर किया गया है ताकि मेरी आवाज को दबाया जा सके। यह मेरी पार्टी को बदनाम करने की साजिश है क्योंकि मेरे खिलाफ सीबीआई, आईटी, ईडी का प्रयोग नहीं किया जा सका। मैं सांसद हूं और मेरे खिलाफ झूठा एफआईआर करना ठीक नहीं है।

वहीं, राउत ने अपने ट्वीट में लिखा, “चुतिया शब्द के इस्तेमाल के लिए मेरे खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई, जिसका अर्थ हिंदी शब्दकोशों के अनुसार बेवकूफ है। इसके बावजूद, यदि कोई मामला दर्ज किया जाता है, तो यह दबाव बनाने के प्रयास के अलावा कुछ भी नहीं है। मुझे! BTW, BJP नेताओं ने महिला नेताओं के खिलाफ अधिक आपत्तिजनक शब्दों का इस्तेमाल किया, उनके खिलाफ ऐसी एफआईआर के बारे में नहीं सुना।”

आदित्यनाथ का एक एएनआई प्रतिनिधि को ‘चुतिया’ कहने का एक वीडियो इस साल की शुरुआत में सोशल मीडिया पर खूब वायरल हुआ था। वायरल वीडियो में, आदित्यनाथ को एएनआई के प्रतिनिधि को ‘चूतिया कहीं के’ कहकर संबोधित करते देखा जा सकता है। यूपी के मुख्यमंत्री के सलाहकारों और समर्थकों ने कहा कि आदित्यनाथ को बदनाम करने के लिए ‘चुतिया’ शब्द जोड़ने के लिए वीडियो को एडिट किया गया था।

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