महाराष्ट्र में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए राज्य सरकार जमीन और पानी दोनों में चल सकने वाली बस सेवा लाने के लिए तैयार है। इन बसों को डक बोट के नाम से जाना जाता है और इनके जरिए लोगों मुंबई के मशहूर अंदरूनी इलाकों का आनंद उठाने का मौका मिलेगा।
सड़कों पर चलने और पानी पर तैर सकने वाले इस वाहन को हाल ही में जवाहरलाल नेहरू पोर्ट ट्रस्ट और महाराष्ट्र टूरिज्म डेवलपमेंट कॉरपोरेशन :एमटीडीसी: के बीच हस्ताक्षरित समझौता पत्र के तहत शुरू किया जाएगा।
गोवा सरकार ने भी हाल ही में जल-थल का आनंद दिलाने वाली एक वाहन सेवा शुरू की है।
Photo- ndtvएमटीडीसी के संयुक्त प्रबंध निदेशक सतीश सोनी के अनुसार, गोवा ऐसी सेवा को शुरू करने वाला पहला राज्य नहीं है।
भाषा की खबर के अनुसार, सोनी ने कहा, ‘‘इस तरह की बसें लोनावला स्थित एंबी वैली में पहले से इस्तेमाल हो रही थीं। मैंने खुद भी एक साल पहले उसमें यात्रा की है। लेकिन यह पहली बार है कि एमटीडीसी पर्यटकों को आकषिर्त करने के लिए नई जल-थल बस सेवा रहा है।’’ उन्होंने कहा कि इन बसों का स्वामित्व जेएनपीटी के पास होगा और एमटीडीसी इसका संचालन करेगा।
जब सोनी से पूछा गया कि यह सेवा पर्यटकों के लिए कब उपलब्ध होगी, तो उन्होंने कहा, ‘‘सबसे पहले हमें एक जैटी और तैरने वाले रैंप की जरूरत होगी ताकि यह समुद्र से बाहर जमीन पर आ सके।’’ उन्होंने कहा कि एमटीडीसी की योजना गिरगांव चौपाटी पर जैटी बनाने की है और निगम ने इसके लिए महाराष्ट्र तटीय नियामक प्राधिकरण से अनुमति मांगी है।
उन्होंने कहा, ‘‘इसमें हमें तीन करोड़ रूपए से ज्यादा का खर्च आएगा और प्रस्ताव अभी कतार में है। लेकिन गिरगांव के तट से यात्रियों को लाना-ले जाना जल्दी ही शुरू हो जाएगा।’’