सरकारी नौकरियों और शिक्षा में आरक्षण की मांग को लेकर मराठा संगठनों ने गुरुवार (9 अगस्त) को महाराष्ट्र बंद का ऐलान किया है। इस आंदोलन को ध्यान में रखते हुए पूरे राज्य में सुरक्षा व्यवस्था कड़ी कर दी गई है। बता दें कि मराठा संगठनों के विरोध प्रदर्शन के चलते पिछले महीने राज्य के विभिन्न हिस्सों में बड़े पैमाने पर हिंसा और आगजनी नजर आई थी।
File Photo: PTIएक अधिकारी ने बताया कि सरकार ने बंद के मद्देनजर संवेदनशील स्थानों पर त्वरित कार्यबल की छह कंपनियां और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षाबल, राज्य रिजर्व पुलिस बल की एक-एक कंपनी तैनात की है। उन्होंने बताया कि विभिन्न स्थानों पर पुलिस की मदद के लिए होमगार्ड के जवान भी तैनात किये जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि पुलिस ने कार्यकर्ताओं से शांतिपूर्ण प्रदर्शन करने और कानून व्यवस्था को हाथ में नहीं लेने की अपील की है।
पुलिस सोशल मीडिया पर भी नजर रखेगी। राज्य के मुख्य सचिव डी के जैन ने बंद से पहले सुरक्षा उपायों की समीक्षा की। उन्होंने अधिकारियों से यह सुनिश्चित करने को कहा कि उपनगरीय रेल सेवा सुचारु ढंग से चले तथा स्कूल एवं अन्य सेवाएं प्रभावित न हों।
बता दें कि महाराष्ट्र में लगभग 30 प्रतिशत आबादी मराठाओं की है। मराठा ओबीसी कोटे के तहत आरक्षण की मांग कर रहे हैं। पिछले दिनों हुए प्रदर्शन ने हिंसक रूप ले लिया था। कई जगहों पर आगजनी की घटनाएं सामने आईं। पुलिस के वाहनों में आग लगा दी गई। इसे देखते हुए इसबार सुरक्षा के पुख्ता बंदोबस्त किए गए हैं। मराठा आरक्षण की मांग को लेकर अब तक छह युवकों द्वारा खुदकुशी किए जाने का मामला सामने आ चुका है।